बिना साक्ष्य के ही औंग पुलिस ने लिखा सेल्स मैनेजर के खिलाफ फर्जी गवन का मुकदमा
बिना साक्ष्य के ही औंग पुलिस ने लिखा सेल्स मैनेजर के खिलाफ फर्जी गवन का मुकदमा
बीएम फूड्स के प्रोपराइटर मुदित मिश्रा और औंग पुलिस के बीच का रिश्ता बना बुजुर्ग सेल्स मैनेजर की गले की हड्डी
पीड़ित भरत लाल ने अपने सारे सबूतों की सीडी बनाकर एसएसपी फतेहपुर और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को भेजी
TIMES7NEWS – जनपद : फतेहपुर थाना औंग बीएम फूड्स के मालिक मुदित मिश्रा और उनके सेल्स मैनेजर भरत लाल शर्मा के बीच छुट्टी को लेकर एक छोटी सी कहा सुनी मुदित मिश्रा को इतनी न गवार गुजरी कि तानाशाही रवैया अपनाते हुए मुदित मिश्रा ने थाना औंग पुलिस के साथ मिलकर अपने ही सेल्स मैनेजर के खिलाफ जो कि सर में फोड़ा होने की बीमारी से बुरी तरह पीड़ित और सर दर्द की समस्या से जूझ रहा था के विरुद्ध साढ़े 9 लाख के गवन की झूठी एफआईआर लिखवा डाली जबकि भरत लाल शर्मा ने एक-एक पैसे का हिसाब उसने ड्राइवर को मैं सबूत सुपुर्द कर दिया जो उस वक्त उसके साथ था, क्योंकि वह काम करने की हालत में नहीं था इसलिए अपनी जरूरत भर का पैसा लेकर अपने इलाज के लिए गृह नगर मथुरा रवाना हो गया जहां उसने अपने सर का ऑपरेशन कराया अब डॉक्टर की सलाह से आराम करने की स्थिति में है। पुलिस लगातार उनके घर वालों को फोन करके प्रताड़ित कर रही जबरन थाने आने को कह रही जबकि वो इस हालत में नहीं है।
बीएम फूड्स का मालिक मुदित मिश्रा एक पैसे वाला रसूखदार इंसान हैं यही कारण है कि पुलिस ने बिना तस्तीफ किए सिर्फ उसके कहने से मुकदमा लिखकर परेशान करना शुरू कर दिया अगर इसी तरह का हाल रहा तो कानून व्यवस्था और शासन व्यवस्था पैसे वाले रसूखदारों के हाथों की कठपुतली बनकर रह जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि जांच भी उसी थाने के पास है,जिसकी यह करतूत है।
.सवाल यह है कि जब मुकदमा दर्ज करने वाले के हाथ ही जांच है तो क्या जांच होगी ?
.सूबे की कानून व्यवस्था के ठेकेदारों को इस बिन्दु पर विचार करने की महती आवश्यकता है।