हीट स्ट्रोक की चपेट में आए सिपाही का विडियो बनाते रहे दरोगा जी, अस्पताल पहुंचते ही थम गईं सांस
हीट स्ट्रोक की चपेट में आए सिपाही का विडियो बनाते रहे दरोगा जी, अस्पताल पहुंचते ही थम गईं सांस
समय रहते अगर अस्पताल पहुंच जाता ब्रज किशोर तो शायद बच जाती जान
TIMES7NEWS – कानपुर : लगभग 1 माह से लगातार पड़ रही भीषण गर्मी और लू की चपेट में आने से आए दिन हो रही मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है, वही ताजा मामला कानपुर शहर रेलवे स्टेशन गेट नंबर 1 के सामने 18 जून को एक हे0का0 हीटवेव की चपेट में आकर चक्कर खाकर गिर गया जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे उठा कर बैठाया और उसका वीडियो बनाने लगी और फिर उसे ऑटो से केपीएम अस्पताल लेकर पहुंची जहां चिकत्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसका सोशल मीडिया पर जमकर वीडियो वायरल हुआ।
मुख्य आरक्षी की मौत के विषय में पुलिस विभाग द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट की माने तो आरक्षी ब्रज किशोर खटकायना जनपद समथर देहात झांसी का रहने वाला है, जो रिजर्व पुलिस लाइन में कार्यरत था और 18 जून को तीन दिन की छुट्टी लेकर अपने घर जा रहा था तभी अचानक 1 नंबर प्लेट फार्म के सामने चक्कर खा कर गिर पड़ा, जिसे मौके पर मौजूद धीरू शर्मा पुत्र साकेत शर्मा घाटमपुर निवासी ने उन्हें उठाया और फिर घंटाघर स्थित चौकी पर घटना की जानकारी दी जिसकी सूचना मिलते ही मौके पहुंचे उप निरीक्षक प्रताप सिंह ने हे0का0 का विडियो बनाते हुए उसकी जानकारी हासिल करने की कोशिश कि लेकिन जब वह कुछ नहीं बता सका तो उसे ऑटो रिक्शा से लेजाकर केपीएम अस्पताल भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
फिलहाल घटना का संज्ञान लेते हुए एसीपी कलक्टरगंज सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जांच पड़ताल कर रहे हैं और सत्यता पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही है।
सबसे अहम बात तो यह है कि जब दरोगा जी मौके पर पहुंच गए थे और सिपाही जीवित था तो उन्हें पहले उसे इलाज के लिए जाना चाहिए था या फिर वीडियो बनाकर उसकी पहचान करना जरूरी था?
और उससे भी बड़ी तो यह है कि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अधिकतर सिपाहियों से लेकर उप निरीक्षकों के पास लग्जरी कारें है तो फिर दरोगा जी उसे ऑटो में क्यों लेकर गए?