मुकदमे वापस लो नहीं तो चेहरे पर फेंकेंगे तेजाब
युवती द्वारा पूर्व में भी आरोपी अजय,विजय पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवाया गया था,
- मुकदमे वापस लो नहीं तो चेहरे पर फेंकेंगे तेजाब
- सोहदो ने गुंडई की पर की सारी हदें
- गुजैनी पुलिस ने भी पार की सारी हदें पीड़ित की जगह अपराधियों का दे रहे खुलकर साथ
- 5 दिन से परेशान पीड़िता नें खटखटाया कानपुर पुलिस कमिश्नर का दरवाजा
कानपुर : दक्षिण थाना गुजैनी में बीते रविवार की रात करीब 8:30 बजे युवती को कई बदमाशो ने घेरकर पूर्व में लिखे मुकदमों को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए तेजाब डाल चेहरा खराब करने की धमकी दे डाली साथ ही साथ कट्टा दिखाकर युवती के परिवार को जान से मार देने की धमकी देने के मामले में गुजैनी पुलिस ने असंवेदनशीलता की हदें पार कर डाली है ।
पूरे मामले के बाद पीड़ित युवती गहरे सदमे में है , युवती की मां थाने चौकी के 5 दिनों से मुकदमे के लिए चक्कर काट रही है ,मामले पर ना ही मुकदमा लिखा गया ना ही किसी तरह की कार्यवाही आरोपियों के खिलाफ की गई है ।
युवती द्वारा पूर्व में भी आरोपी अजय,विजय पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवाया गया था, युवती की मां ने बताया की जब बेटी ने उसके साथ हुई घटना के बारे में घर में बताया तब मां ने अपने रिश्तेदारों को बुलाया और थाने जाने के लिए जैसी ही निकले आरोपियों ने पूर्व नियोजित तरीके से अपने घरों की छत पर चढ़ जमकर पथराव किया और पथराव में घर पर खड़ी ऑटो रिक्शा के सारे शीशे तक चकनाचूर हो गए सभी ने किसी तरह आड़ लेकर अपनी जान बचाई ,इतना सब होने के बाद जब पीड़िता थाने पहुंची तो उसकी कोई बात बिना सुने थाने से भगा दिया है , उल्टे युवती के रिस्तेदारो पर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया ।
थाने चौकी के चक्कर काट परेशान हुई मां आज कानपुर पुलिस आयुक्त के सामने अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी,
थाना प्रभारी गुजैनी ने बताया कि रेखा भदौरिया मेरे पास नही आई कानपुर पुलिस उपायुक्त के पास पहुंच गई। रामानन्द शर्मा और रेखा भदौरिया का पहले आपसी विवाद चल रहा हैं, इनकी बेटी के साथ कोई घटना नही हुई ये सब आरोप फर्जी है।
अगर थाना गुजैनी SO सही कह रहें हैं, तो 2 मई 2022 को FIR -N0- 0299 में 5 नामजद और एक अज्ञात कौन है,और शिकायतकर्ती प्रियंका सिंह कौन है।
और तो और इन दबंगों का आपराधिक इतिहास भी निकल कर सामने आया जिसे आप मेरे द्वारा दिखाई जा रही तसवीर में साफ तौर पर देख सकते है।
अब आप समझ सकते है कि इन दबंगों की दबंगई के आगे कैसे लाचार बनी पुलिस इनपर मेहरबानी कर रही हैं, या यों कहें कि न जाने क्यों इनके अपराधों को छुपाने के भरपूर प्रयास में जुटी हैं।
मामले पर एकतरफा कार्यवाही पुलिसिया कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है।