
स्टार ब्रेकर्स फैक्ट्री की दया माया से गौवंस की जिंदगी खतरे में
खुलेआम नेशनल हाइवे के किनारे फेंकी जा रहीं सड़ी बंद पैकिंग सहित बोरियां
खाद्यसामग्री के साथ पालीथिन खाने से हो रही गौवंशो की मौते
शासन प्रशासन गहरी नींद में FCI नदारद
Times7news कानपुर :थाना नौबस्ता अंतर्गत यशोदा नगर में वर्षों से चल रही स्टार ब्रेकर्स के नाम से बंद बनाने वाली फैक्ट्री संचालक गौवंशों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है, सड़ी फफूंदी लगी बंद बोरियों में भरकर नेशनल हाइवे के किनारे कूड़े के ढेर में फिकवा रहा और उस सड़ी गली बंद को गौवंश पॉलिथिन सहित खा रहे, एक तरफ सरकार गौवंशो की जिंदगी बचाने के लिए पॉलिथिन पर प्रतिबंध लगा अभियान चला रही।तो दूसरी ओर सरकारी नुमाइंदे दो चार दिन कागजों में अभियान चलाकर फोटो खिंचवा अपनी पीठ थपथपा रहे और आम तौर पर केवल सब्जी ठेली चाट बतासा बेचने वाले दबे कुचले लोगों पर शक्ति प्रदर्शन कर अभियान चला खानापूर्ति कर रहे।
कई बार गौवंशो के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया तो 40 से 50 कि.ग्रा. तक उनके पेट से पॉलिथिन निकली जिसपर सरकार ने एक बड़ी योजना के तहत पूरे प्रदेश में जोरों में अभियान चलाकर पॉलिथिन मुक्त करने का बीड़ा उठाया और जोरों में अभियान चलाया गया,लेकिन सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने सरकार के सारे मनसूबों में पानी फेर दिया।
क्या ब्रेड बनाने वाली फैक्ट्री या अन्य खाद्य पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्रियों में पैकिंग की जाने वाली पॉलिथिन मानक के अनुरूप है?
क्या इनपर कोई कानूनी कार्यवाही नही बनती?
क्या इसी तरह ये अपनी मनमानी कर गौवंश की जान से खिलवाड़ करते रहेंगे?