श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज स्वराज्य समित ने जिला अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री जी को देश हित में सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन में समित द्वारा प्रधानमंत्री जी से जमीयत उलेमा ए हिन्द नमक संस्था पर प्रतिबंध लगाने का किया गया अनुरोध
श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज स्वराज्य समित ने जिला अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री जी को देश हित में सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन में समित द्वारा प्रधानमंत्री जी से जमीयत उलेमा ए हिन्द नमक संस्था पर प्रतिबंध लगाने का किया गया अनुरोध
TIMES7NEWS : कानपुर जिला अधिकारी कार्यालय, श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज स्वराज्य समित द्वारा प्रधानमंत्री जी को प्रेषित एक ज्ञापन कानपुर नगर जिला अधिकारी को सौंपा गया, जिसमें समिति द्वारा प्रधानमंत्री जी का ध्यान एक मुस्लिम संस्था की ओर आकर्षित किया गया है। जो पिछले कई वर्षों से केवल और केवल भारत विरोधी गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है, जो देश देश हित में सर्वथा प्रतिकूल है। वास्तविकता यह है कि देश में जमीयत उलेमा ए हिंद के नाम से एक मुस्लिम संस्था काम कर रही है, जिसका मुख्य काम भारत में आतंकवादी गतिविधियों में आतंकवादियों का सहयोग करना और पकड़े गए आतंकवादियों का मुकदमा उनके पक्ष से मुफ्त में लड़ने का है, जो कि देश की सामाजिक और शांति व्यवस्था के लिए सर्वथा प्रतिकूल है। इस संस्था ने पूर्व में लाए गए सी ए ए और एनआरसी जैसे कानून के विरोध में भड़काऊ भाषण समाज में प्रेषित कर मुस्लिम समुदायों को भड़काने का काम बखूबी किया है जिससे देश का सांप्रदायिक माहौल खराब होता है वर्तमान समय में भी समान नागरिक संहिता के विरोध में लगातार मुस्लिम समुदाय को भड़काने का षड्यंत्र कर रही है यह संस्था पहले भी आतंकियों के पक्ष में अहमदाबाद बम विस्फोट 2008, 7/2011 मुंबई बम विस्फोट मालेगांव बम विस्फोट 2006, 26/2011 आतंकी हमले, मुंबई ट्रिपल ब्लास्ट केस 2011 और 2013 में मौत की सजा पाए इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी यासीन भटकल और मिर्जा हिमायत बेग, लखनऊ में जुलाई 2021 को पकड़े गए दो आतंकियों को भी निशुल्क कानूनी मदद करने के साथ-साथ उनके पक्ष में खड़ी रही है इस संस्था के कारण ही वर्ष 2007 से अभी तक लगभग 192 आतंकियों को अन्वेषण, संदेह का लाभ जैसी त्रुटियों का लाभ उठाकर बरी कराने में सफल हुई है, सी ए ए और एनआरसी के विरोध में दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन के दौरान भड़के दंगों के आरोपियों को बचाने का प्रयास भी यह संस्था कर चुकी है। इस संस्था ने अहमदाबाद में हुए 21 बम ब्लास्ट जिनमें 56 भारतीयों की मृत्यु हो गई थी उसके सभी 38 आतंकवादियों को जिन्हें न्यायालय ने मौत की सजा सुनाई थी, उन सभी को बचाने के लिए यह संस्था आज भी निशुल्क मदद कर रही है। लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की जघन्य हत्या के पांच मुख्य आरोपियों को इस संस्था द्वारा ही कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
जमीयत उलेमा ए हिन्द के उपरोक्त कारनामे काफी है, इस संस्था को प्रतिबंधित करने के लिए भारत विरोधी इस संस्था द्वारा जो कार्य उनमें से कुछ कार्य जो संस्था श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज स्वराज्य समित द्वारा पता कर पाए गए हैं ऐसी स्थिति में जबकि एक संस्था द्वारा केवल भारत विरोधी गतिविधियों का सहयोग करना ही उद्देश्य होता है तो फिर उसकी कार्यप्रणाली कितनी गहरी और कितनी भयावह हो सकती है इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है यह स्वराज्य समिति द्वारा उठाया गया एक बहुमूल्य कदम है आशा है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ज्ञापन प्राप्त होते ही इस संस्था और इस जैसी कई अन्य संस्थाओं को प्रतिबंधित कर देश और देशवासियों के प्रति अपनी निष्ठा का श्रद्धा पूर्वक प्रदर्शन कर सकेंगे।
जिला अधिकारी कानपुर को ज्ञापन देते समय मौजूद रहे समिति के दुर्गा शंकर दीक्षित, सतीश कुमार पाठक, अशीष पांडेय, सुमित काश्यप,मदन गोपाल सिंह, एम एल तिवारी और सुरेंद्र सिंह।