सीमा रेप एवं सुसाइड मामला पलवल का
पहुंचा प्रधानमंत्री की मेज पर
राष्ट्रपति से गुहार लगाकर भी कोई फायदा नहीं हुआ सब कुछ जैसे का तैसा
सीमा रेप एवं सुसाइड मामला पलवल का
पहुंचा प्रधानमंत्री की मेज पर
राष्ट्रपति से गुहार लगाकर भी कोई फायदा नहीं हुआ सब कुछ जैसे का तैसा
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने भी खड़े कर दिए हाथ
TIMES7NEWS – हरियाणा लगभग 6 साल पहले हरियाणा के पलवल में सीमा चौहान नाम की एक विवाहिता के साथ रेप किया गया उसकी शिकायत करने पर पुलिस उल्टा प्रताड़ित करने लगी, जिसके फलस्वरूप सीमा ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने खुद को बचाने के चक्कर में उसका सुसाइड नोट भी गायब कर दिया अब पुलिस फस चुकी है। इसलिए आज की तारीख में भी सीमा रेप एंड सुसाइड केस की फाइल भंवर में फंसी नाव की तरह गोल गोल चक्कर लगा रही है,अभी तक किसी भी समाज में न्याय कानून व्यवस्था के ठेकेदार ने उसकी सुधि नहीं ली है। अंत में थक हार कर पीएमओ के जरिए सीमा के पति हेमराज चौहान ने अपनी आपबीती पूरे सबूतों के साथ लिखकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मेज पर पहुंचाने की कोशिश की है, इससे पहले वह राष्ट्रपति कि मेज पर भी अपनी फाइल छोड़ कर आया था,लेकिन कोई फायदा नहीं वहां भी जांच और सबूतों के चक्कर में फाइल गोल-गोल घूमती रही, हरियाणा स्टेट के मानवाधिकार आयोग के सामने मुर्गा बना लेकिन प्रणाम वही, उससे भी पहले केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने इस केस को अपने हाथ में लेने की कोशिश की मंत्री स्मृति ईरानी के काफी प्रयासों के बावजूद भी सीमा रेप एंड सुसाइड केस की फाइल भ्रष्टाचार के भवर में ही घूमती रही,अभी तक उसकी नैया पार लगाने वाला उसे नहीं मिला है।
भ्रष्टाचार की जड़ें कितने गहरे तक व्याप्त हो सकती है, इसका अंदाजा सिर्फ दो केशों को ध्यान में रखकर लगाया जा सकता है, एक तो पलवल का सीमा रेप एंड सुसाइड केस जिसमें अभी तक कुछ भी प्रगति नहीं हो पाई पूरा का पूरा तंत्र ही भ्रष्ट हो गया अच्छी खासी भ्रष्टाचार की बू आती है। दिल्ली का निर्भया कांड जिसमें आनन-फानन में सारे आरोपियों को फांसी पर लटका दिया गया अगर सीमा के केस पर नजर डालें तो निर्भया के केस में भी भ्रष्टाचार की बू आती है इतनी जल्दी निर्णय कैसे ले लिया गया।
अगर वह सही है, तो सीमा रेप एंड सुसाइड केस में कोई प्रगति क्यों नहीं हो पा रही लगता है देश की कानून व्यवस्था को भ्रष्टाचार के दीमक ने पूरी तरह खोखला कर दिया है। जिसकी लाठी उसकी भैंस का नजारा ही सामने आ रहा है।