नौबस्ता चौराहे पर हुआ दर्दनाक सड़क हादसा अज्ञात वाहन ने अधेड़ को रौंदा हुई दर्दनाक मौत

नौबस्ता चौराहे पर हुआ दर्दनाक सड़क हादसा अज्ञात वाहन ने अधेड़ को रौंदा हुई दर्दनाक मौत

शाम लगभग साढ़े 7 बजे हुआ हादसा, ट्रैफिक पुलिस बनी मूकदर्शक,घटना को अंजाम देने वाला वाहन सहित फरार

TIMES7NEWS – कानपुर दक्षिण नौबस्ता थाना क्षेत्र अंतर्गत सबसे ज्यादा भीड़ भाड़ वाले चौराहे पर आज शाम एक अज्ञात वाहन 55 वर्षीय अधेड़ को कुचलकर फरार हो गया और वहां पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस और थाना पुलिस को भनक ही नहीं लगी लेकिन मृतक के शव को बटोर कर पीएम हाउस भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार आज शाम आवास विकास निवासी नरेंद्र शुक्ला (55) पुत्र रामानन्द शुक्ला नौबस्ता चौराहे स्थित ओवर ब्रिज के पास से अपने घर की ओर जा रहे थे तभी किसी तेज रफ्तार वाहन उन्हें कुचलता हुआ भाग निकला जिसकी सूचना मिलते आनन फानन में पहुंची नौबस्ता पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया,इस हादसे की सूचना मिलते घटना स्थल पर पहुंचे मृतक के परिजनों को जब शव वहां पर नहीं मिला तो वो विराट नगर चौकी पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया और ट्रैफिक पुलिस पर आरोप लगाते हुए वाहन चालक की गिरफ्तारी की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए और परिजनों ने ट्रैफिक पुलिस पर ये भी आरोप लगाया कि ट्रैफिक पुलिस ने जानबूझकर वाहन चालक को वाहन सहित फरार कर दिया दिया, मामला बढ़ता देख वहां पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स पहुंच गई और आनन फानन में चौराहे पर व आस पास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए लेकिन चौराहे पर लगे सभी कैमरे खराब होने के कारण अज्ञात वाहन का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी।
वैसे तो सैकड़ो की तादात में नौबस्ता चौराहे बिना नंबर प्लेट लगे भारी वाहन गुजरते रहते हैं और क्षेत्रीय पुलिस व ट्रैफिक पुलिस अनजान बनी अपनी आंखे बंद किए खड़ी रहती हैं केवल उन्हीं वाहनों पर निगरानी रखती जिसमें उनका कुछ जुगाड़ बन सके वो भी उन्हें कही एकांत में ले जाकर अपना काम बना चलता कर देती है।
यही वजह हैं कि आए दिन सड़क हादसों में बेकसूर लोगों की जाने जाती रहती है सबसे बड़ी बात तो यह है कि हाईवे के नीचे ड्यूटी करने वाली पुलिस हाईवे के ऊपर भी अपनी ड्यूटी बजाती है आखिर क्यों?
दूसरी बात यह है कि जहां कैमरों की शख्त जरूर हैं वहां कैमरे खराब हैं और जहां कैमरों की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है वहां कैमरे अपना काम कर रहे ऐसा क्यों?
क्या जनता को मूर्ख बनाने के लिए है केवल दोपहिया वाहनों के चालान के लिए कैमरे लगाए जाते हैं या फिर कोई और वजह है?