कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की छवि धूमिल करने वाले काकादेव थाना प्रभारी पर चला कानूनी डंडा
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की छवि धूमिल करने वाले काकादेव थाना प्रभारी पर चला कानूनी डंडा
गांजा तस्करों को लेकर दो थाना प्रभारियों में छिड़ी जुवानी जंग,पुलिस अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश
अभी दो दिन पहले कानपुर नगर के कलेक्टरगंज थाना प्रभारी को रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा था
TIMES7NEWS : कानपुर में दो गंजा तस्करों को लेकर नवाबगंज और काकादेव थाना प्रभारी में जंग छिड़ गई थाना प्रभारी नवाबगंज का आरोप है कि थाना प्रभारी काकादेव ने गांजा तस्करों के अपहरण के मुकदमे में फसाने की धमकी दी है।
15 अक्तूबर को नवाबगंज पुलिस टीम ने जब गुजैनी निवासी सौरभ और डबल पुलिया कच्ची मड़ैया निवासी विनोद को पकड़ा तो इनके पास से एक किलो दो सौ ग्राम गांजा बरामद हुआ और फिर पुलिस द्वारा जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूला की वह काकादेव थाने में इस काम का पैसा देते हैं और जब नवाबगंज पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो उसमे काकादेव थाना प्रभारी के दो करखास सिपाहियो प्रदीप कुमार और विकास बघेल के नंबर मिले जिससे आरोपियों की बातचीत होती थी,,जिस थाना क्षेत्र में आरोपी रहने वाले थे, मामला वैसे तो यहीं खत्म हो जाता लेकिन,15 अक्तूबर को आरोपियों के पकड़े जाने के बाद उनके परिजन काकादेव थाने पहुंच गए जहां उनका क्षेत्र लगता था। परिजनों ने काकादेव थाने में आरोपियों के अपहरण किए जाने और उनसे लाखों रुपये की फिरौती मांगने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई।
फिर थाना प्रभारी काकादेव विनय शर्मा ने नवाबगंज थाना प्रभारी को फोन कर परिजनों से अपहरण कि तहरीर लेकर मुकदमा लिख नाप देने कि धमकी दे डाली।
जब मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उच्च अधिकारियों ने डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार को जांच के आदेश दिए और डीसीपी प्रमोद कुमार जांच कर उच्च अधिकारियों को सौंपी दी।
डॉ. आर के स्वर्णकार ने काकादेव थाना प्रभारी विनय शर्मा और उनके दो कार खास सिपाही प्रदीप कुमार और विकास बघेल को दोषी करार देते हुए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। थाना काकादेव प्रभारी पर पहले भी कई बार रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लग चुके थे, जो कि कानपुर कमिश्नरेट के आला अधिकारियों के संज्ञान में था।
अभी हाल ही में दो दिन पहले कलक्टरगंज थाना प्रभारी को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था, अभी इस प्रकरण को पुलिसकर्मी भुला नहीं पाए कि एक और थाना प्रभारी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा।
कानपुर में लगातार पुलिस विभाग की छवि धूमिल कर रहे पुलिस कर्मी अभी हाल में ही थाना सेन पश्चिम पारा क्षेत्र न्यू आजाद नगर चौकी अंतर्गत गंगापुर में एक युवती ने घर से चाकू ले जाकर छुवारा व्यापारी मिनाल गुप्ता और उसके एक वर्कर पर जान लेवा हमला कर दिया जिसकी सूचना पर पहुंचे न्यू आजाद नगर चौकी प्रभारी धर्मा कुशवाहा आरोपी लड़की को चौकी ले गए और उसे खिला पिला कर उसके घर छोड़ दिया इसके बाद पीड़ित ने अपने परिवार के साथ थाने पहुंच कर देर रात थाना प्रभारी को पूरा घटना क्रम बता कर लिखित तहरीर दी जिसपर थाना प्रभारी तहरीर लेकर पीड़ित को मेडिकल के भेज फिर दूसरे पता नही कौन सी घूंटी चौकी प्रभारी ने पीड़ित को पिला दी कि उसने समझौता कर लिया और मामला रफा दफा हो गया।
अब सवाल ये उठता है कि जिस अकेली लड़की ने कारखाने में मौजूद कई कर्मचारियों कि मौजूदगी में कारखाने में घुस कर चाकू से हमला कर दिया हो तो वो किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकती हैं। क्या सेन पश्चिम पारा पुलिस ऐसे निर्भीक लड़की को बिना किसी सजा के छोड़ कर किसी की बड़ी वारदात का इंतजार कर रही हैं।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आरोपी लड़की का भाई छुवारा कारखाने में काम करता था और कारखाने से बैटरी चोरी हो गई थी जिसको लेकर कारखाना स्वामी ने उससे बैटरी चोरी के विषय में पूंछतांछ की तो वो काम छोड़ कर चला गया और फिर दोबारा नहीं आया और दूसरी बात यह भी पता चली कि जिस लड़की ने चाकू से हमला किया था वो नाबालिक थी और उसके व मिनाल के बीच वाट्सअप पर प्रेम प्रसंग की चैटिंग चलती थी और मिनाल शादीसुधा था और लड़की जब अपने मकसद में कामयाब न हो सकी तो उसने ये रास्ता अपनाया।
अभी कई महीने पहले प्रयाग विधा मंदिर में एक नाबालिक बच्चे ने अपने से बड़े बच्चे को भारी क्लास में चाकू से गोद कर सबके सामने मौत के घाट उतारा था वो भी न्यू आजाद नगर चौकी क्षेत्र की घटना थी।