केडीए उधायक्ष का लिपिक पर चला कानूनी हंटरजांच पड़ताल में लिपिक की खामियां मिलने पर किया निलंबित
केडीए उधायक्ष का लिपिक पर चला कानूनी हंटर जांच पड़ताल में लिपिक की खामियां मिलने पर किया निलंबित
आवंटी ने जनता दर्शन में शिकायत कर लिपिक पर 30 मीटर के भूखण्ड की रजिस्ट्री में हीला हवाली व परेशान करने का लगाया था आरोप
TIMES7NEWS – कानपुर : 29 जुलाई को कानपुर विकास प्राधिकरण के तेज तरार अधिकारी केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने समाधान दिवस पर पीड़ित द्वारा दिए गए शिकायती पत्र को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए प्रपत्रों की जांच पड़ताल की और पीड़ित द्वारा लिपिक पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि होने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए लिपिक सत्यम पाण्डेय को निलंबित कर कार्मिक विभाग में सम्बद्ध कर दिया।
29 जुलाई को आवंटी देवेंद्र कुमार ने जनता दर्शन पर प्रार्थना पत्र देकर भूखण्ड संख्या 40 स्वर्ण जयंती विस्तार पार्ट – 2 , 30 वर्ग मीटर के निबंधन में हीला हवाली करने व काफी समय से लिपिक सत्यम पाण्डेय द्वारा परेशान किए जाने कि शिकायत की,थी जिसपर कानपुर विकास प्राधिकरण के बीसी ने मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया और भूखण्ड से संबंधित सारे प्रपत्र मंगाए और जांच की तो पाया की लिपिक ने फाइल को दबा रखा था और आवंटी को वेवजह परेशान कर विकास प्राधिकरण की छवि को धूमिल करने का काम कर रहा था, जिसपर केडीए बीसी ने नाराजगी जताते हुए त्वरित कार्यवाही कर लिपिक को निलंबती कर दिया और समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आमजनों द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्रों पर शीघ्रता से परीक्षण कर निस्तारण किया जाना चाहिए, अगर किसी भी प्रकार की कोई हीला हवाली पाई जाती हैं तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।
वैसे तो विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों की कार्यशैली पर अक्सर प्रश्नचिन्ह लगते रहते हैं, सूत्रों कि माने तो केडीए कर्मचारी जितने भ्रष्ट हैं, शायद उतना और कोई विभाग नही, बिना सुविधा शुल्क के एक कदम भी नहीं हिलाते और न ही बिना दलालों के कोई काम करते ,अगर किसी की फाइल में छोटी सी कमी निकल आई तो फिर उसकी चप्पलें तब तक घिसवाते हैं जब तक वो खुद इन भ्रष्ट कर्मियो को सुविधा शुल्क देने को तैयार न हो जाए, या फिर दलालों की शरण में पहुंच जाए।
फिलहाल ये पहली बार ऐसा हुआ है कि केडीए बीसी मदन सिंह गर्ब्याल ने इतनी तत्यपर्ता से शिकायती पत्र को संज्ञान लिया और त्वरित कार्यवाही कर पीड़ित आवंटी को राहत पहुंचाई।
अगर ऐसे ही अधिकारी अपने विभाग के कर्मचारियों की अनियमितताओं पर कड़ा रुख अपनाते हुए दृष्टि बनाए रखें तो शायद आम जनमानस की समस्याओं का सरलता से निदान हो जाए और विभाग की छवि धूमिल होने से बच जाए।
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जनता दर्शन पर समस्त जोनल अधिकारियों को विकास प्राधिकरण क्षेत्र के समस्त व्यवसायिक, शिक्षण संस्थाओं एवं प्राइवेट हॉस्पिटल के बेसमेंट निर्माण एवं उपयोग के सम्बन्ध में सर्वे कर कार्यवाही सुनिश्चित कराएं जाने के सख्त निर्देश दिए।