कानपुर पुलिस की निष्क्रियता के चलते दबंगो के हौसले बुलंद
दबंग युवक ने दी बीएससी की छात्रा को तेजाब से नहला देने की धमकी
कानपुर पुलिस की निष्क्रियता के चलते दबंगो के हौसले बुलंद
दबंग युवक ने दी बीएससी की छात्रा को तेजाब से नहला देने की धमकी
TIMES7NEWS – कानपुर थाना बिल्हौर, महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण का दावा करने वाली प्रदेश सरकार के राज में महिलाएं ना तो घर के अंदर सुरक्षित हैं और ना ही घर के बाहर कहने को तो कानपुर में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद शहर अपराध मुक्त हो चुका है, लेकिन हकीकत में नही केवल कागजों में , दरअसल बिल्हौर तहसील अंतर्गत राघन गांव में रहने वाली बीएससी की छात्रा के साथ एक दबंग युवक आए दिन छेड़खानी करता है,और उस युवक ने एक दिन तो सारी हदें पार कर दी,रास्ते में जा रही छात्रा को युवक ने पकड़ लिया,और जबरदस्ती उसे घसीट कर कार में डालने का प्रयास किया, जिसका पीड़िता ने विरोध किया तो दबंग ने उसे तेजाब से नहलाने की धमकी दे डाली, जिसकी जानकारी पीड़िता ने अपने परिजनों को दी।
पीड़िता की माने तो, जब वह कालेज जाती है,तो गांव का दबंग मुकेश मिश्रा उसे आए दिन परेशान करता रहता है, लेकिन 13 फरवरी को दबंग ने छात्रा को रास्ते में रोक लिया और उसे पकड़कर जबरदस्ती कार में खिंचने लगा , और जब छात्रा ने इसका विरोध किया को तेजाब से नहला देने की धमकी दी, घबराई छात्रा ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, परिजनों ने जब थाने जाकर दबंग युवक के खिलाफ तहरीर दी तो पुलिस ने कार्यवाही करना तो दूर पीड़िता को ही थाने से भगा दिया। फिर पीड़िता के परिजनों ने आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, तब अधकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की घटिया कार्यशैली के चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, अभी हाल ही थाना बिधनू क्षेत्र अंतर्गत मिर्जापुर अटवा गांव में एक किशोरी की धारदार हथियार से पड़ोस के रहने वाले दबंग युवक ने निर्मम हत्या कर दी थी, उस घटना में भी पीड़ित परिवार ने 3 वर्ष पहले युवक द्वारा छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए थाना बिधनू में शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस की निष्क्रियता के चलते दबंग युवक पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके परिणाम स्वरूप एक निर्दोष बेटी की निर्मम हत्या कर दी गई। अगर पुलिस पहले ही घटना का संज्ञान लेकर अपराधियों पर कार्यवाही करें तो ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो,और अंजाम देने वाले अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके।