JE सतीश और दिनेश की लापरवाही से झुलसे लाइन मैन की मौत,परिजनों ने लखनऊ दिल्ली रोड किया जाम ।
JE सतीश और संविदा कर्मी दिनेश का अमानवीय कृत्य। झुलसे लाइन मैन को छोड़कर भागे,ड्राइवर ने पहुंचाया अस्पताल
केस्को और श्रम विभाग की ओर से 5-5 लाख रुपये और परिवार को पेंशन देने का एलान।
कानपुर : थाना नौबस्ता बीती 27 जनवरी किदवई नगर में ट्रांसफार्मर चेंज कराने के लिए कानपुर केस्को नौबस्ता के जेई सतीश और संविदा कर्मी दिनेश आनंद विहार निवासी 32 वर्ष लखन को ले गए। हालाकि लखन टीम को खाली होने की बात करता रहा।लेकिन दोनों उसे गाड़ी में बिठाकर किदवई नगर ले आए। एक शटडाउन ले लिया गया। लेकिन दूसरी लाइन का शट डाउन जेई द्वारा नहीं लिया गया। मृत्यु से पूर्व लखन द्विवेदी ने बयान दिया,उसने कहा है कि जेई साहब बोले तुम काम करो मैं शट डाउन ले रहा हूं ।लेकिन जेई साहब के शटडाउन लेने से पहले ही लखन करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलसा और नीचे गिर गया। दुर्घटना से घबराए जेई सतीश और दिनेश दोनों मौके से भाग निकले।जबकि ड्राइवर ने लखन को अस्पताल पहुंचाया। जहां काफी दिनों इलाज होने के दौरान उसकी सोमवार को मृत्यु हो गई।लखन की मौत से गुस्साए परिजनों ने पहले तो नौबस्ता सब स्टेशन में शव को रखकर प्रदर्शन किया,लेकिन वहां से कोई रिस्पांस ना मिलते देख परिजनों ने नौबस्ता चौराहे के पास लखनऊ दिल्ली हाईवे पर शव रखकर रास्ता जाम कर दिया ।मौके पर पहुंचे केस्को विभाग,श्रम विभाग एवं पुलिस के अधिकारियों ने परिजनों को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया,लेकिन परिजन अपने मुआवजे की मांग को लेकर अड़े रहे। केस्को ने 5 लाख रुपये एवं श्रम विभाग ने भी 5 लाख मृतक परिवार को देने का आश्वासन दिया ।केस्को विभाग ने परिवार को पेंशन देने की भी पेशकश की ।परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी का आश्वासन नहीं मिला क्योंकि मृतक एक स्वयं संविदा कर्मी था। परिवार के लोग दिए गए आश्वासनों को लेकर सन्तुष्ट हो गए और मृतक को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
(एडीटर इन चीफ : सुशील निगम)