जगह जगह परचून की दुकानों की तरह खुली शराब और बीयर की दुकानें,आम जनों का निकलना बैठना हुआ दुसवार
नशेबाजों की दबंगई से परेशान लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
जगह जगह परचून की दुकानों की तरह खुली शराब और बीयर की दुकानें,आम जनों का निकलना बैठना हुआ दुसवार
नशेबाजों की दबंगई से परेशान लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
Times7news : कानपुर – थाना चकेरी क्षेत्र के अंतर्गत गांधी ग्राम में रविवार की सुबह दर्जनों लोगों ने एकत्रित होकर शराब की दुकानों और नसेबाजो के विरुद्ध जमकर विरोध प्रदर्शन किया। नशेबाजों से परेशान रजनीश ने बताया कि पिछले कई महीनों से नशेबाज घर के सामने कार और बाइक लगाकर शराब पीते है। जब मना करो तो लड़ने पर अमादा हो जाते है और भद्दी भद्दी गालियां बकते है। इन समस्याओं को लेकर चकेरी पुलिस से लेकर जिलाधिकारी तक कई बार शिकायत कर चुके लेकिन मात्र आश्वासन ही मिला। कार्यवाही का तो कोई अता पता नहीं, नीचे से लेकर ऊपर तक सभी विभागीय जिम्मेदारों को समस्याओं से रूबरू करवा चुके लेकिन कोई झांकने तक नही आया। जिससे आहत होकर आज हम लोगो को सड़कपर उतरना पड़ा, और शराब की दुकानों एवं नशेबाजों के विरुद्ध प्रदर्शन करना पड़ा।
सोमवार को दोबारा कानपुर जिलाधिकारी से मिलकर समस्याओं से छुटकारा दिलाने की फरियाद करेंगे।
आपको बताते चलें कि पिछले कुछ वर्षो से लगातार शराब और बीयर की दुकानों की भरमार हो गई हैं,और शराब माफियां मनमाने तरीकेसे शराब बेचने और पिलाने का कामकर रहे हैं, जबकि आबकारी विभागद्वारा खोले गए माडल शॉप में ही शराब पिलाने की इजाजत दी जाती हैं,इन दिनों हर शराब के ठेकों में अवैध कैंटीन चल रही और खुलेआम शराब भी पिलाई जा रही है, शराब की दुकानों के अन्दर ही नही, नशेबाज सड़कों पर भी खुलेआम शाम होते ही जाम लड़ाना शुरू कर देते हैं,और रास्ते में आने जाने वाली महिलाओं व लड़कियों को देख कर आपस अश्लीलता भरी बाते करते हुए भद्दी भद्दी गालियां बकते है। लेकिन न तो उन चौराहों पर कोई पुलिस होती और अगर होती भी है तो तो आंखों में पट्टी बांध खड़ी रहती हैं, सूचना देने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती।कई बार इन्ही समस्याओं को लेकर सामाजिक लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन शराब माफियाओं और क्षेत्रीय पुलिस की सांठ गांठ के चलते पहले तो उन्हे धमका कर शान्त कराने का प्रयास किया गया,और जब फिर भी नही माने तो लालच देकर प्रयास किया और उससे भीकाम नहीं चला तो उनपर फर्जी मामला दर्ज शांत करा दिया। मजबूरन आम जनमानस को आए दिन ऐसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।