परिजनों की गलत शिनाख्त के चलते डेढ़ वर्ष पहले मृत महिला मिली जिंदा
पति का आरोप था कि महिला बदचलन, महिला का आरोप पति करता था प्रताड़ित
महिला के मां बाप ने दामाद और ससुर पर लगाया हत्या का आरोप। लेकिन बेटी के घर वापस आने पर नहीं दी पुलिस को सूचना।
TIMES7NEWS – कानपुर : थाना चकेरी लगभग डेढ़ वर्ष पहले पति गुलाब और पत्नी सीमा उर्फ मन्नी के बीच तनाव पैदा हुआ जिसके कारण पति ने पत्नी का गलत चरित्र बताया। लिहाजा वह पत्नी को मायके छोड़ने चला गया। पत्नी को मायके छोड़ कर वापस भी आ गया जब दोबारा लेने गया तब भी उसने अपनी बात सास-ससुर से कहीं।माता-पिता ने लड़की को समझा-बुझाकर पति के साथ भेज दिया।जहां से तीन बच्चों की मां बच्चों और पति को छोड़ घर से फरार हो गई। माता पिता को पुत्री के ससुराल में ना होने की खबर मिली तो उन्होंने वहां जाकर पता किया।फिर भी कोई सूचना ना मिलने पर पुलिस के पास पहुंचे जहां पर उन्हें पुलिस द्वारा ही चकेरी के काशीराम में एक बोरे में महिला की लाश बरामदगी की बात बता कर शिनाख्त के लिए ले जाया गया। सीमा की मां ने पुलिस द्वारा दिखाए गए कपड़ों से अपनी ही बेटी होने की शिनाख्त की और दामाद व उसके पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया ।लेकिन मुकदमा दर्ज होने के डेढ़ वर्ष बाद अचानक गुलाब को पत्नी के मायके में होने की खबर मिली ।आनन-फानन में गुलाब बांगरमऊ पुलिस की सहायता लेकर ससुराल पहुंचा और पत्नी को पहचान पत्नी और सास को पुलिस के हवाले किया। जहां से थाना चकेरी की पुलिस ने उन्हें अपनी कस्टडी में लेकर आगे की कार्यवाही के लिए कानपुर ले आई।
अब यहां पर कई प्रश्न सिर उठाते हैं, जैसे
1- सिर्फ कपड़ों से ही इतनी आसानी से अपनी पुत्री की शिनाख्त मां के द्वारा कैसे कर ली गई?और उससे भी बड़ा प्रश्न है कि की पुलिस ने इतनी सहजता उसे कैसे स्वीकार कर लिया?
2- दूसरा यह कि वह लाश जो बोरे में बंद मिली किसकी थी? उसकी छानबीन तुरंत बंद अब उसके अस्तित्व का क्या?
3- आखिर इन सवालों के लिए जिम्मेदार कौन और जवाबदार कौन है?
बुजुर्गो ने एक कहावत कही है।
अंधे पीसे कुत्ते खाए।