ध्वस्तीकरण आदेश के बावजूद कार्यवाही के नाम पर ठेंगा,,”कानपुर विकास प्राधिकरण कर्मियों और भूमाफियाओं का अच्छा खासा चल रहा याराना”
ध्वस्तीकरण आदेश के बावजूद कार्यवाही के नाम पर ठेंगा,,”कानपुर विकास प्राधिकरण कर्मियों और भूमाफियाओं का अच्छा खासा चल रहा याराना”
2021में आराजी संख्या 1113 मि. व 1115 सीलिंग की भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण को सील कर विकास प्राधिकरण ने थी कार्यवाही
सील होने के पश्चात विकास प्राधिकरण कर्मियों और भूमाफियाओं की सांठ गांठ के चलते पड़ गया आरसीसी लेंटर
TIMES7NEWS/ कानपुर साउथ में वर्षो से सक्रिय भूमाफियाओं और विभागीय कर्मचारियों की मिली भगत से सरकारी सीलिंग ,ऊसर, बंजर, परती, तालाब और विकास प्राधिकरण की जमीनों को कब्जिया कर खरीद फरोख्त का अजब गजब खेल चल रहा है, लेकिन सरकारी कुर्सियों में बैठे अधिकारियों ने कला चश्मा पहन रखा है, और सरकारी जमीनों कि निगरानी करने वाले कर्मियों और भूमाफियाओं का याराना चल रहा। आपको बताते चलें कि 2021 में बूढ़पुर मछरिया की आराजी संख्या 1113 मि. राजा सिंह के तालाब के पास और 1115 जो राजा सिंह के गढ्ढे के पास स्थित है, जिसको भूमाफियाओं ने कब्जिया कर आरसीसी पिलर द्वारा निर्माण कराया जा रहा था और जब कानपुर विकास प्राधिकरण को यह जानकारी हुई तो विकास प्राधिकरण ने 13/08/2021 को कारण बताओं नोटिस चस्पा कर कार्ययाल में भूमाफियाओं को 27/08/2021 बुलाया लेकिन भू माफियाओं और विभागीय कर्मचारियों की सांठ गांठ के चलते मामला ठंडे बस्ते चला गया और भूमाफियाओं ने आरसीसी लेंटर डाल भूमि कब्जिया ली लेकिन जब मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा तो अधिकारियों ने निर्माधीन भवन को सील करने का आदेश पारित करते हुए निर्माणाधीन भवन पर सील की कार्यवाही भी कर दी और 1115 आराजी संख्या की निर्माणाधीन भवन के ध्वस्तीकरण का आदेश जारी कर दिया। लेकिन भूमाफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके भूमाफियाओं के हौसले और भी बुलंद हो गए और भूमाफियाओं ने सील होने बाबजूद आरसीसी लेंटर डाल भवन कब्जिया लिया और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार की भवन को भूमाफियाओं ने दूसरी आराजी संख्या डालकर किसी को उपनिबंधक कार्यालय में बैनामा कर बेच भी डाला। और विकास प्राधिकरण कागजी कार्यवाही कर अपनी पीठ थपथपा रही हैं।
14/09/21 को कानपुर विकास प्राधिकरण ने आराजी संख्या 1115 राजा सिंह के गढ्ढे पास कब्जियाई गई जमीन ने में शमशाद हसन व सुलेमान पुत्र शमशेर के विरुद्ध कार्यवाही और निर्माणाधीन भवन के ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे जिसका पत्रांक संख्या 895/ एस0टी0/ 2021 है। लेकिन सारे आदेश हवा हवाई साबित हुए।
13/08/2021 को आराजी संख्या 1113 मि. सीलिंग की जमीन पर कब्जा करने वालों को कारण बताओं नोटिस जारी कर कार्यालय में बुलाया गया था। लेकिन मामला ठंडे बस्ते में और हो गया जमीन पर कब्जा।
कानपुर साउथ कि न जाने कितनी सरकारी जमीनों पर भूमाफियाओं ने अपने पैर जमा रखें है। जाने कितनी बार शिकायत कर्ताओं की शिकायत के बाद कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा उन भवनों पर नोटिसें चस्पा की गई और ध्वस्तीकरण के आदेश दिए गए लेकिन सब ढाक के तीन पात ही नजर आए।