दबंगो ने बुल्डोजर चला गिरा दिया बुजुर्ग का घर पुलिस कमिश्नर ने पुलिस, पीएसी लगा बनवाया घर
दबंगो ने बुल्डोजर चला गिरा दिया बुजुर्ग का घर पुलिस कमिश्नर ने पुलिस, पीएसी लगा बनवाया घर
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TIMES7NEWS – कानपुर नगर के थाना बिधनू अंतर्गत सपई गांव में दबंगो ने बुजुर्ग दंपति की पुस्तैनी को जमीन हथियाने की नियत से 28 अप्रैल को बुल्डोजर चला घर गिरा डाला जब इस बात की जानकारी पीड़ित को हुई तो पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर की चौखट पर गुहार लगाई जिसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्यवाही का आदेश जारी किया जिसके बाद बिधुनू थाना पुलिस ने आरोपी दबंगो के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147,147,120- B, 427,506,457 एवं 380 के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की और 8 मई को पुलिस और पीएसी तैनात कर बुजुर्ग का घर बनवाया।
73 वर्षीय पीड़ित शिव प्रसाद मिश्र ने बताया कि उनका ग्राम सपई में पुरानी आबादी की जमीन पर पुश्तैनी घर बना हुआ है, क्षेत्रीय दबंग आरोपी गणेश शंकर बाजपेई रिटायर दारोगा हैं जिसका उनका हाल पता हरबंस मुहाल है। उनका बेटा देवेश बाजपेई भी दबंग किस्म के है और खुद को कानपुर कचहरी में अधिवक्ता बताता है इन दोनो पिता पुत्र पर हरबंश मुहाल व बिधनू थाने में मकान जमीन कब्जियने व अन्य कई गंभीर अपराधिक मामले भी दर्ज हैं। पिछले कई वर्षो ये दोनों मेरे पूरे परिवार को परेशान कर रहे थे, वर्ष 2021 में जब अपने घर का पक्का निर्माण करा रहे थे तभी गणेश शंकर और उसके पुत्र देवेश ने कब्जा करने की धमकी दी थी और कहा कि अगर गांव में दुबारा दिखाई दिए तो जान से हाथ धो बैठोगे,और तुम्हारे परिवार के लोगो पर फर्जी मुकदमे लगा जेल भिजवा दूंगा।
पीड़ित शिवप्रसाद मिश्रा ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि भले ही इन दबंगो की वजह से हमारे परिवार को आर्थिक और मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ा लेकिन हमें कानपुर पुलिस कमिश्नर से न्याय मिला, इससे मेरा भरोसा जगा है कि कानून और प्रशासन अगर साथ दे तो दबंगों के हौसले पस्त हो सकते हैं। हालांकि अभी भी परिवार को दबंग पिता पुत्र से जान माल का खतरा बना हुआ है, जिसके लिए शासन प्रशासन से इन दबंगो की गिरफ्तारी और परिवार की सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई है।
पीड़ित परिवार का यह भी आरोप है पीड़ित परिवार ने बताया कि 2021 में जब उनकी बेटी गर्भावस्था में थी, वो गांव में कुलदेवी के दर्शन के लिए आई तो आरोपी देवेश ने उससे अभद्रता की और जबरन उसका वीडियो बनाया फिर उसे ट्विटर पर वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद जब सदमे से उबरकर बेटी ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में कथित अधिवक्ता देवेश बाजपेई के काले कारनामों को उजागर करते हुए लिखित शिकायत की थी और पीड़ित की बेटी ने बताया कि अधिवक्ता देवेश बाजपेई ने बार एसोसिएशन और बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के समक्ष अपने 307 और 420 जैसे गंभीर मुकदमे छुपाकर झूठा शपथ पत्र दे रखा था जिसपर दस्तावेजों के साथ देवेश का नामांकन रद्द करने को लेकर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में कार्यवाही जारी थी। जिसे वापस लेने के लिए दबंग लगातार परिवार पर दबाव बना रहा था। शिकायत के दो साल बाद जब फैसला आने वाला था, इसी बीच देवेश बाजपेई ने उनके पैतृक घर पर बुल्डोजर चला दिया ताकि पीड़िता डर से अपनी शिकायत वापस ले ले।
अब देखना यह है कि पुलिस कमिश्नर ने पुलिस और पीएसी तैनात कर पीड़ित का घर तो बनवा दिया लेकिन क्या खुले घूम रहे दबंगो को सलाखों के पीछे भेज पाएंगे और परिवार की जान माल की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम भी करेंगे या फिर कथित अधिवक्ता और उसका पिता फिर अपने मंसूबों पर कामयाब होंगे?