सीमा चौहान रेप एवं सुसाइड मामले में एएसपी नूंह आरोपों के घेरे में
भृष्ट एएसपी नूंह ऊषा कुण्डू IO रमेश चंद्र के विरुद्ध हेमराज ने एसपी नूंह से लिखित शिकायत कर की कार्यवाही की मांग
आखिर वो कौन सी वजह है की लगभग 6 वर्षों से हरियाणा पुलिस के आला अधिकारी भी भृष्ट पुलिस अफसरों और अपराधियों को बचाने के लिए बार बार जॉच में कर रहे हेरा फेरी
हरियाणा : पलवल ग्राम मितरोल की रहने वाली वाली विवाहिता सीमा चौहान के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिंदों पर पलवल पुलिस की कृपा दृष्टि के चलते क्षुब्ध होकर पीड़िता ने फांसी के फंदे पर झूल अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, लेकिन फिर भी पलवल पुलिस का दिल नहीं पसीजा और पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने षड्यंत्र रच पीड़िता के परिवार को 306 के झूठे आरोप में फंसा कर जेल भेज दिया। जब पीड़िता का पती हेमराज जमानत पर रिहा हुआ तो उसका सब कुछ उजड़ चुका था।उसने मरी हुई पत्नी को न्याय दिलाने के लिए नीचे से ऊपर तक के पुलिस विभाग के अफसरों से फरियाद करते हुए लगभग 6 वर्ष से ज्यादा समय बीतने के बाद भी अभी तक उन वहशी दरिंदों पर कोई कार्यवाही हुई और न ही उन्हें बचाने वाले पुलिस विभाग के भ्रष्ट दोषी अफसरों पर,अब तो पूरा मामला देश के माननीय प्रधान मंत्री से लेकर महामहिम राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, गृहराज्य मंत्री, महिला बाल विकाष मंत्री और राष्ट्रीय मानवाधिकार तक सब ने पुलिस विभाग से जांच रिपोर्ट तलब की लेकिन पुलिस विभाग में बैठे IPS रैंक के भृष्ट अफसर अभी भी सभी को गुमराह करने से बाज नही आ रहे।
13 सितंबर 2022 को हेमराज चौहान ने एएसपी नूंह ऊषा कुण्डू पर गलत जांच रिपोर्ट लगाने व सरकार एवं कानून को गुमराह करने के गम्भीर आरोप लगाते हुए SP नूंह को पत्र लिखकर IO रमेश चंद्र एवं ASP ऊषा कुण्डू के खिलाफ कार्यवाही की मांग की हैं।
क्या अब भारत सरकार इन समाज के भेड़ियों पर कोई कार्यवाही सुनिश्चित करने का आदेश जारी करेंगी?
क्या इन दरिंदो को बचाने वाले भृष्ट पुलिस अफसरों को सजा दिला पाएगी?
या फिर केवल जांच पर जांच ही होती रहेगी और एक दिन हेमराज को भी अपनी पत्नी की तरह जिंदगी से अलविदा कहने पर मजबूर होना पड़ेगा?
वैसे भारत के माननीय प्रधान मंत्री मोदी जी के रहते कुछ भी नामुनकिन नही सब मुनकिन है।