एंटी करप्शन टीम ने बिजली विभाग के भ्रष्ट अवर अभियंता और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
साकेत नगर के रहने वाले सुधीर चंद्र दुवेदी की सजगता से भ्रष्टाचारियों पर चला कानूनी चाबुक
एंटी करप्शन टीम ने बिजली विभाग के भ्रष्ट अवर अभियंता और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
साकेत नगर के रहने वाले सुधीर चंद्र दुवेदी की सजगता से भ्रष्टाचारियों पर चला कानूनी चाबुक
TIMES7NEWS : कानपुर दक्षिण। साकेत नगर निवासी सुधीर मिश्रा अपने मकान में बिजली का मीटर लगवाने के लिए एक सप्ताह पूर्व किदवई नगर के ब्लॉक स्थित सब स्टेशन गए थे।साकेत नगर निवासी सुधीर मिश्रा ने बताया कि अपने आवास पर मीटर लगवाने के एक सप्ताह पूर्व किदवई नगर अंतर्गत सब स्टेशन गए थे, जहां जेई ए के मिश्रा ने मीटर लगवाने के एवज में 20 हजार रुपए मांगे थे, जिसकी सुधीर ने एंटी करप्शन टीम को जानकारी दी और एंटी करप्शन टीम ने भ्रष्ट जेई को पकड़ने के लिए शुक्रवार को जाल बिछाया और जेई व उसके सहयोगी नासिर को गिरफ्तार कर लिया। टीम फिर उन दोनो को नौबस्ता थाने ले गई, जहां पूछताछ की गई तो पता चला कि बिजली बिल का बकाया खत्म करने के नाम पर कंज्यूमर से 20 हजार रुपए की मांग की थी। कंज्यूमर की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने एक्शन लेते हुए आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। जिसकी जानकारी होते ही विभाग में हड़कंप मच गया, जिसपर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए केस्को एमडी ने आरोपी जेई को निलंबित कर दिया।
एंटी करप्शन टीम ने केस्को के जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा, बताते हैं क्या था पूरा मामला – एंटी करप्शन टीम ने किदवई नगर के-ब्लॉक स्थिति सबस्टेशन में छापा मारकर 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए जूनियर इंजीनियर और उसके सहयोगी को रंगे हाथ पकड़ लिया और टीम उसे गिरफ्तार कर नौबस्ता थाने ले गई, जहां पूछताछ की गई तो पता चला कि बिजली बिल का बकाया खत्म करने के नाम पर कंज्यूमर से 20 हजार रुपए की मांग की थी। सुधीर द्विवेदी ने यह भी बताया कि घर के पास ही उनका एक और मकान है जो बंद पड़ा है। एक अगस्त 2020 में उन्होंने आखिरी बिल यूनिट के आधार पर 291 रुपये दिया था। उसके बाद से घर पर आईडीएफ पर बिल आने लगा। जिसपर सब स्टेशन के अधिकारी से मीटर की रीडिंग के आधार पर बिल भेजने के लिए लिखित प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन उसके बाद फिर अगस्त 2021 को 5353 रुपए का बिल आ गया। सितंबर में 5612 रुपए का बकाया बिल की पर्ची बंद घर में फेंक कर बिजली के पोल से केबिल काट कर ले गए। इसके बाद उन्होंने जेई ए के मिश्रा को पीडी के लिए अप्लीकेशन दी। कई चक्कर लगाने के बाद भी जेई ने पूरा बिल खत्म नहीं किया और फिर बिल खत्म करने के एवज में 20 हजार रुपए की मांग की। रिश्वत न देने पर जेई ने 15 जून 2023 को लाल पर्ची डाक से भेजकर 55130+30 रुपये का भुगतान करने को कहा गया था। कंज्यूमर सुधीर ने इन भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने के लिए एंटी करप्शन कानपुर मण्डल के प्रभारी निरीक्षक को जानकारी दी और प्रभारी ने भ्रष्ट कर्मियों को सबक सिखाने के लिए जाल बिछा कर 5000 हजार रूपए दिलवाए जिसपर जेई ने होशियारी दिखाते हुए अपने संविदा कर्मी को आफिस से बाहर जाकर कंज्यूमर से रुपए लेने का इसारा किया और उसने बाहर जाकर जैसे रुपए लेकर आफिस के अन्दर गया तो एंटी करप्शन टीम ने दोनो को गिरफ्तार कर लिया।