अमोल दीप भाटिया और बीजेपी पार्षद पति अंकित मामले में सभी आरोपियों के सरेंडर होने बाद आया नया मोड़

• अमोल दीप भाटिया और बीजेपी पार्षद पति अंकित मामले में सभी आरोपियों के सरेंडर होने बाद आया नया मोड़

• 23 सितंबर की रात थाना रायपुरवा क्षेत्र में ओवरटेकिंग को लेकर हुए विवाद और मारपीट को राजनीतिक रंग देकर किया गया हाईलाइट
• पार्षद पति अंकित शुक्ला व उनके साथियों और दवा व्यापारी अमोल दीप के बीच हुआ था विवाद जिसमें सत्ता पक्ष के कई दिग्गज आमने – सामने
• आश्चर्य की बात यह है कि दो ही दिन में बुरी तरह से घायल बताए जाने वाले पीड़ित के वायरल हुए फुटेज में चेहरे पर नही दिखी पट्टियां

TIMES7NEWS : कानपुर : थाना रायपुरवा बीती 23 सितंबर को ओवरटेकिंग यानी वर्चस्व को लेकर हुए मामूली विवाद ने एक बड़ा रूप धारण कर लिया, एक पक्ष के पांच व्यक्तियों को अपराधी बनाकर पहुंचाया सलाखों के पीछे और दूसरा पक्ष गंगाराम अस्पताल दिल्ली पहुंच गया पिछले 4 -5 दिनों में कुछ राजनैतिक दीगज्जों ने विवाद की आंच में जमकर रोटियां सेंकी घटना को इतना बढ़ा चढ़ा के बताया गया कि मासूम जनता एक पछ को अपराधी समझ बैठी और दूसरे पक्ष को मासूम सा मार खा के दुबक जाने वाला,जिसे पीड़ित बताया गया। पीड़ित इतनी बुरी तरह घायल हुआ कि कानपुर में उसका इलाज न हो सका उसे दिल्ली के गंगाराम अस्पताल की शरण लेनी पड़ी।
गरम राजनीतिक माहौल के बीच आरोपी पक्ष ने दल बल सहित ज्वाइंट कमिश्नर आनन्द प्रकाश तिवारी के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया जहां से उन्हें हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया।मजे की बात यह है, कि कानपुर की मुस्तैद पुलिस ने अपने प्रेस नोट में आरोपियों को गिरफ्तार कर लाएं जाने की बात कही,, दूसरी आश्चर्य जनक बात यह नजर आई की पीड़ित की कुछ वायरल तस्वीरें पाई गई है जिनमें दो ही दिन में सिर्फ पट्टियां ही नहीं हटी है चोटों के निशान भी छू मंतर हो गए, पूरे प्रकरण में वर्चस्व की जंग प्यादों से शुरू हुई और वजीरों तक जा पहुंची।
29 सितंबर को जब सभी आरोपियों ने दल बल के साथ JCP कार्यालय में आत्म समर्पण कर दिया उसके बाद थाना रायपुरवा में अंकित शुक्ला की पार्षद पत्नी ने तहरीर देकर अमोल दीप भाटिया और उनके कई अज्ञात साथियों पर आईपीसी की धारा 279,354,427,323 व 504 क्रास एफआईआर दर्ज कराई।
अब समझ में ये नही आता कि पीड़ित कौन हैं, अमोल दीप भाटिया या फिर पार्षद सौम्य शुक्ला के पति अब कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है तो क्या अब अमोल दीप भाटिया और उनके साथियों पर भी पुलिस कार्यवाही करेगी या फिर खानापूर्ति कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल चुप चाप बैठ जाएगी।
शनिवार को अमोल दीप भाटिया के माता पिता प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी से फरियाद करने पहुंचे और अमोल की मां ने अपने बेटे के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की माननीय योगी जी ने निष्पक्ष जांच करा दोषियों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
ऐसी घटनाएं लोकतंत्र ही नहीं कानून और न्याय व्यवस्था के दृष्टिकोण से भी समाज के लिए खतरे का संकेत होती हैं।