अपना ही पैसा मांगने गए व्यापारी को कारखाने में बंद कर जमकर की पिटाई
घटना बाबू पुरवा थाना क्षेत्र की, पुलिस ने पीड़ित से मन मुताबिक लिखाई तहरीर मेडिकल करा किया चलता, ऐसा बृजेश का कहना
TIMES7NEWS : कानपुर – धरीपुरवा का बृजेश पुरानी लोहे की चदरों की खरीद फरोख्त का काम करता है इसी सिलसिले में 12 दिसंबर को महमूदिया मस्जिद के पीछे रहने वाले हुसैन खान से अपनी चदरों के उधर पैसे मांगने गया जिस पर हुसैन खान ने अपने साथी हैदर और मेराज के साथ मिलकर बृजेश को लोहे के एंगल और डंडे से जमकर मारा पीटा व गाली गलौज भी की, पीड़ित किसी तरह मारपीट से निजात पाकर कारखाने के बाहर निकल पुलिस को 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी हुसैन और उसके साथियों ने बदसलूकी की, इतना सब होने के बाद भी बाबू पुरवा थाने की पुलिस ने अपराध को असंगेय अपराध धारा 323, 504 की श्रेणी में डाल अपना पल्ला झाड़ लिया और पीड़ित को साफ कह दिया कि तुम उधर मत जाना और चुपचाप अपना काम करो। ऐसे में आम जनता इस पुलिसिया रवैया से अपमानित भी होती है, खफा भी होती है और पुलिस से उसका विश्वास पूरी तरह से उठ भी जाता है।
आखिरकार बृजेश जैसे लोग अपनी फरियाद लेकर कहां जाएं, बड़े अधिकारी छोटी-मोटी बातों पर ध्यान ही नहीं देते, मेहनत से दो-दो पैसे कमाने वाले लोगों का पैसा लेकर लोग मारपीट करते हैं, अगर पुलिस जरा सा ध्यान दें तो बिना केस दर्ज किए भी उनके काम बनाए जा सकते हैं, लेकिन संगेय धाराओं में असंगेय अपराध बनाकर उल्टा पीड़ित को ही बेवकूफ बनाकर थाने से डांट कर भगा देना किस तरह उचित है और कैसे इस तरह के अपराधों को फिर रोका जा सकेगा।
कृपया बड़े अधिकारी ध्यान दें इस तरह की समस्याएं आम जनता के सामने ना ही आए तो अच्छा है कम से कम आम जनता की रक्षक पुलिस बनी रहे और गरीब लोग दो पैसे कमाकर सुख चैन से अपना जीवन यापन कर सकें।