2067 मत पाकर इन्दीवर बाजपेई बने कानपुर बार एसोशिएशन के अध्यक्ष,अमित सिंह बने महामंत्री
2067 मत पाकर इन्दीवर बाजपेई बने कानपुर बार एसोशिएशन के अध्यक्ष, अमित सिंह बने महामंत्री
2024 बार एसोशिएशन चुनाव में 2067 मत पाकर विजय हुए इन्दीवर बाजपेई ने दिनेश कुमार शुक्ला 533 वोटों से हराया,महामंत्री अमित सिंह 1293 मत पाकर जीत हासिल की और विनय कुमार मिश्रा को 36 वोटों से दी मात
TIMES7NEWS – कानपुर बार एसोशिएशन के वार्षिक चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए 8 प्रत्याशियों ने दावेदारी की थी, जिसमें रामेन्द्र सिंह कटियार को 167,दिनेश शुक्ला को 1534, सर्वेश कुशवाहा को 625, बृज किशोर शुक्ला को 13, संदीप सिंह को 517, प्राणनाथ मिश्रा को 55, इंदीवर बाजपेयी को 2067, सुरेंद्र कुशवाहा को 196 वोट मिले हैं। कुल 5204 वोट पड़े थे। जिसमें से 30 वोट अवैध पाए गए। इसके अलावा महामंत्री पद के लिए भी 8 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें राम जी दुबे को 509, हेमेंद्र को 343, विनय मिश्रा 1257,प्रशांत कुमार को 521, श्रीकांत मिश्रा को 92, सुशील कुमार सिंह 1103, अमित सिंह 1293 चंद्र शेखर तिवारी 51 वोट मिले हैं। बार एसोसिएशन की 21 सदस्यीय कार्यकारिणी गठन के लिए गुरुवार को हुए मतदान के बाद शनिवार को बार एसोसिएशन स्थित महाना हॉल में सुबह 9:00 बजे से मतपत्रों की गणना शुरू हुई, शाम करीब चार बजे से गिनती शुरू हो पाई।
देर शाम गिनती पूरी होने पर अध्यक्ष पद पर इन्दीवर बाजपेई को विजयी घोषित किया गया। उन्हें 2067 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी दिनेश कुमार शुक्ला को 1534 मत मिले। तीसरे नंबर पर सर्वेश कुशवाहा 625 वोट पाकर रहे। अन्य प्रत्याशियों में संदीप कुमार सिंह को 517, सुरेंद्र कुमार कुशवाहा को 196, रामेंद्र सिंह कटियार को 167, प्राणनाथ मिश्रा को 55 और बृज किशोर शुक्ला को 13 वोट मिले। अवैध मतों की संख्या 32 व वैध मत 5204 रहे।
मतगणना के समय किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न होने पाए इसलिए परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी और सुरक्षा में चार एडीसीपी, कई एसीपी व सौ से ज्यादा पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी और साथ ही में पीएसी बल भी लगाया गया था।
डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार दोपहर को उन्होंने कचहरी परिसर का निरीक्षण किया। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए। डीसीपी ने बताया कि कड़ी सुरक्षा में बार एसोसिएशन चुनाव की मतगणना संपन्न हुई और विजय जुलूस हर्ष फायरिंग समेत जश्न मनाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। अगर किसी ने नियमों का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।