2022 विधानसभा चुनाव की कहानी, कानपुर की जुबानी।
की 10 सीटों में से 6 सीटों पर बाबा के बुलडोजर का कब्जा ।
3 सीटों पर साइकिल ने तोड़ा कमल का गुरुर ।
कानपुर : विधानसभा चुनाव सन 2022 – 2014 के बाद से देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश राजनीतिक परिदृश्य में भी बहुत सी हलचले हुई,और बहुत बड़े बड़े परिवर्तन दिखाई दिए। कानपुर बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले शहरों में प्रमुख शहर है जहां पर 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने हर व्यक्ति को हतप्रभ कर दिया है ।टोटल 10 सीटों में से 6 सीट बीजेपी के खाते में और एक सीट सहयोगी दल अपना दल के खाते में गिरी। 3 सीटों पर एक ही पार्टी के उम्मीदवारों ने कब्जा जमाया। बताते चलें कि सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से इरफान सोलंकी,आर्य नगर विधानसभा अमिताभ बाजपेई और कैंट विधानसभा से मोहम्मद हसन रूमी ने जीत दर्ज की और तीनों सपा के उम्मीदवार थे।अगर प्रतिनिधियों की बात की जाए तो हारी हुई तीनों सीटों पर पुराने प्रतिनिधि ही थे। कैंट विधानसभा से हारने वाले रघुनंदन सिंह भदौरिया कोई नए नहीं हैं।आर्य नगर से हारने वाले सुरेश अवस्थी भी कोई बहुत नया चेहरा नहीं है, और सीसामऊ विधानसभा से हारने वाले सलिल विश्नोई को भाग्य का साथ ही नहीं मिला।
उधर कानपुर देहात में सिकंदरा विधानसभा सीट पर इटावा लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है अजीत पाल ने बीजेपी के लिए 73325 वोट हासिल किए और और अपनी प्रतिद्वंदी सपा की सीमा सचान को 11870 वोटों से हरा दिया।
रसूलाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा की पूनम संखवार का दबदबा कायम हुआ वह पिछली बार भी बहुत अंतर से चुनाव जीती थी ।अकबरपुर रनिया सीट से भी पिछली प्रतिनिधि प्रतिभा शुक्ला ने अपने प्रतिनिधियों को शह और मात दे दी। आप की चौथी सीट कानपुर देहात की भोगनीपुर जहां से राकेश सचान ने कमल खिलाया। पिछली बार यहां से विनोद कटियार ने अच्छी खासी जीत हासिल की थी इस बार राकेश सचान ने बाजी मारी दोनों कमल के फूल के तले ही चुनाव लड़े।कुल मिलाकर बड़े-बड़े दावे करने वाली एक राजनीतिक पार्टी के बोल बचन बोल बच्चन साबित हुए ।कुल मिलाकर योगी का बुलडोजर 14 तारीख से ड्यूटी पर।
( एडीटर इन चीफ : सुशील निगम )