15 वर्षीय गैंग रेप की शिकार बच्ची ने कानपुर कमिश्नरेट बर्रा पुलिस का खोला खेल
बीती 16 जनवरी को पीड़िता की माँ ने दर्ज करायी थी बेटी की गुमशुदगी
15 वर्षीय गैंग रेप की शिकार बच्ची ने कानपुर कमिश्नरेट बर्रा पुलिस का खोला खेल
बीती 16 जनवरी को पीड़िता की माँ ने दर्ज करायी थी बेटी की गुमशुदगी
न्यायालय में बयान के बाद धारा 354 पास्को act और s c s t एक्ट की धाराओं में की गयी बढोत्तरी
TIMES7NEWS – कानपुर बर्रा पुलिस पर गैंग रेप की शिकार बच्ची ने खोला खेल।बच्ची की दास्तान सुन दहल उठेगा आपका दिल , जबरन कार में उठा ले गए वहशी दरिंदो ने मारा पीटा बाल नोच बनाया अपनी हवस का शिकार फिर उसका आपत्तिजनक वीडियो भी बनाया। लगभग आधा दर्जन दरिंदों ने मिलकर बच्ची के साथ जब तक दुष्कर्म किया जब तक वो खून से लथपथ नही हो गई, उसमे से एक ने कहा इसे जान से मार दो लेकिन शायद उन्हे यह जानकारी मिल चुकी थी की बच्ची की मां ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करा दी है,तो दूसरे ने कहा कि केस बड़ा हो जायेगा इसलिए मत मारो, फिर खून से लथपथ बच्ची को पानी से नहला फटे पुराने कपड़े पहना सड़क पर फेंक भाग गए।
जब बर्रा पुलिस को रेप की शिकार बेटी ने अपनी दास्तान सुनाई तो पुलिस वालो ने कहा कि मुझे मत बताओ क्या कार्यवाही करनी है,चुप रहो वो मेरा काम मैं कर लूंगा। तुम कह देना की हम पुल के नीचे बैठे खिचड़ी खा रही थी।
पुलिस की माने तो 16 जनवरी को पीड़िता की मां ने बर्रा थाने में बेटी के लापता होने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी,की 14 तारीख से बेटी कही लापता है, शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मोबाईल के जरिए संदिग्ध परिस्थितियों में बच्ची को बरामद कर थाने ले आई और उसके बयान दर्ज कर उसे उसकी मां के सुपुर्द कर घर भेज दिया।
एडीसीपी साउथ की माने तो
16 जनवरी को पीड़िता की मां द्वारा बर्रा में अपनी 15 वर्षीय पुत्री के घर से बिना बताए कहीं चले जाने के संबंध में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी,जिसपर बर्रा पुलिस ने त्वरित कार्यवाही शुरू कर बच्ची को बरामद कर 161के बयान लेने के बाद मेडिकल जांच करा 164 के न्यायालय में बयान करवाने के पश्चात धारा 354, पास्को एक्ट और एससीएसटी एक्ट धाराएं बढ़ाई गई व नामित 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।अन्य कार्यवाही की जा रही है।
पिछले कई महीनो से लगातार मासूम बच्चियों युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही यहां तक कि दुष्कर्म के बाद दरिंदे उनकी हत्या कर उन्हे कही नाले नहर में फेंक देते हैं।
महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा के प्रति बनाए गए कड़े कानून बड़े बड़े दावे पुलिस की निष्क्रियता के चलते फेल होते नजर आ रहे।