10 वर्षीय बालक के साथ क्रूरता की सारी हदें पार ।
तंत्र मंत्र और कुकर्म की लगाई जा रही अटकलें ।
आँख में कील तक ठोक डाली राक्षस हत्यारे ने।
कानपुर :आउटर नर्वल थाना क्षेत्र बेहटा सकट में बीती 8 फरवरी दिन मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई।ग्राम सकट बेहटा में रहने वाले राजमिस्त्री महेंद्र कोरी का 10 वर्षीय मासूम बेटा सोमवार की दोपहर घर के बाहर साइकिल का टायर लेकर खेलने निकला और फिर वह लापता हो गया था। जो मंगलवार की दोपहर यानी 8 फरवरी की सुबह गांव की कुछ महिलाएं सरसों काटने गई तो सरसों के खेत में बच्चे का शव निवस्त्र हालत में पड़ा देखा। जिसके बाद गांव में हड़कंप मंच गया। फिर पुलिस को सूचना दी, सूचना पाते ही आनन फानन में घटना स्थल पर पहुंची आउटर पुलिस व फॉरेंसिक टीम ने शुरू की जांच पड़ताल।जांच के दौरान फॉरेंसिक टीम को बगल के खेत में बच्चे के कपड़े व टायर मिला और वही बगल के खेत में शराब की एक बोतल दो डिस्पोजल गिलास पडे मिले, साथ ही खून से सना डंडा और मृत किशोर की गर्दन पर जूते के निशान व सिर् पर गंभीर चोटे पाईं गईं।
मृतक के पिता महेंद्र नें बताया कि सोमवार की सुबह साइकिल का टायर लेकर घर से खेलने के लिए निकला था। मेरे 10 बच्चों में चौथे नंबर का बेटा था और जब शाम होने तक घर वापस नहीं लौटा तो हम लोगों ने पूरे गांव में खोजबीन की लेकिन कहीं पता नही चला। जिसकी सूचना क्षेत्रीय चौकी में दी, और मंगलवार की सुबह बेटे की लाश खेत में पड़े होने की जानकारी मिली ।खेत मे पहुंच कर देखा तो खून से लथपथ पड़ी बेटे की लाश। जिसकी एक आंख गायब थी और प्राइवेट पार्ट में अंदर टूटा हुआ डंडा मिला । गले मे जूते के निशान थे जिससे यह प्रतीत होता है कि गरदन में लात रखकर हत्या की गई है।
जांच के बाद मिली जानकारी के अनुसार फॉरेंसिक ने बताया कि बच्चे को अगवा करके उसकी नृशंस हत्या कर दी गई थी। जहां बच्चे की एक आंख कील ठोंककर फोड़ दी गई थी। व हत्यारे ने बच्चे का पूरा चेहरा सिगरेट से दागकर जला दिया था और बच्चे का गला लात से दबाकर घोटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी थी
एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा के अनुसार कुकर्म के बाद हत्या या फिर तंत्र-मंत्र के इरादे से मासूम बच्चे की हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। इस घटना को लेकर पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है हत्याकांड का खुलासा करने के लिए 4 टीमों को लगाया गया है।
कानपुर आउटर एडिसनल एसपी द्वारा दी गई वाइट
( एडीटर इन चीफ : सुशील निगम )