सीमा चौहान रेप और सुसाइड केस फाइलों में टेबल टेबल घूम रहा
एक तो प्रारंभिक जांच में घोटाला और अब वास्तविक अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं
हरियाणा पलवल सीमा चौहान बलात्कार के केस में आरोपी द्वारा शपथ पत्र पर पुलिस को कुबूल नामा दिया गया लेकिन पता नहीं किस दबाव में पुलिस ने इस केस से संबंधित सभी अहम कागजात जिन्हें हम अहम सबूत भी कह सकते हैं, दवा लिए कोर्ट तक पहुंचने ही नहीं दिए और जांच की दिशा को जानबूझकर गोल गोल घुमाया गया निश्चित रूप से इस केस में थाना पलवल की पुलिस और हरियाणा स्टेट की पुलिस के उच्च अधिकारियों का संबंध नजर आता है,हालांकि पीड़िता के पति हेमराज चौहान ने सीबीआई जांच के लिए भी एप्लीकेशन दे रखी है, लेकिन अभी भी उसे इस अधिकारी से उस अधिकारी इस विभाग से उस विभाग दौड़ाया जा रहा है, साथ में उचित जांच के लिए आदेश भी जारी किए गए हैं, इसका मतलब है,कहीं ना कहीं पुलिस विभाग को यह लगा कि जांच सही से नहीं की गई इस अवस्था में तो केस से संबंधित जितने भी पुलिस विभाग के लोग उस समय केस की जांच कर रहे थे या अधिकारी थे अपराधी नजर आते हैं, तो क्या यह पुलिस विभाग का कर्तव्य नहीं बनता केस के साथ-साथ उन अधिकारियों की भी जांच फाइल की जाए ताकि पुलिस विभाग में हुए घोटाले और उसके कारण का खुलासा हो सके आखिरकार इस केस में ऐसा क्या था। कि पुलिस को भी उल्टी चाल चलनी पड़ी और पीड़िता को आज तक न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, हालांकि पीड़िता अब सिर्फ कागजों में ही मौजूद है।
एडीटर इन चीफ : सुशील निगम