वाहन चेकिंग के दौरान नौबस्ता पुलिस ने 41 वाहन समेत पकड़े दो वाहन चोर, तीसरा हुआ फरार
तीनों वाहन चोर शातिर, फर्जी कागज तैयार करके बेचते थे चोरी की गाड़ियां
कानपुर। थाना नौबस्ता गल्ला मंडी समाधि पुलिया के पास 26 जुलाई की रात लगभग 11:30 बजे जब एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देख कर मोटरसाइकिल मोड़ भागने की फिराक में था, नौबस्ता पुलिस द्वारा उसे धर लिया गया। जांच करने पर गाड़ी चोरी की निकली। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में थोड़ी ही कडाई करने पर फटाफट पकड़े गए व्यक्ति ने सारे राज उगल दिए, कई वाहनों की चोरी कबूली और पुलिस को वाहन भी बरामद करवाएं इनमें से तीनों चोरों के पास अलग-अलग क्रमशः बउवन उर्फ नीरज सिंह पुत्र शिवविजय सिंह निवासी ग्राम कठोगर थाना बिधनू, के घर वा गांव से चोरी के 15 वाहन बरामद किए। दूसरे अभियुक्त मोहित सिंह चंदेल पुत्र शिव प्रताप सिंह निवासी कठोगर थाना बिधनू, के घर व गांव से चोरी के 6 वाहन बरामद किए गए। तीसरे फरार अभियुक्त छोटे चंदेल निवासी ग्राम टेढ़ा थाना सुमेरपुर हमीरपुर के घर व गांव से चोरी के 20 वाहन बरामद किए गए ।इस प्रकार कुल 41 वाहन और 2 चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गए तीसरे फरार शातिर चोर के पीछे पुलिस की कई टीमें लगी है बचके जाएगा कहां।
चोरों के हौसले काबिले सलाम बुलंद है। गिनती में तीन मोहित नीरज और छोटे तीनों के पास पकड़े गए 41 वाहन, जिनको की वही तीनों खुद चुराते भी थे उनके कागज भी खुद ही बनाते थे। और 50- 50 किलोमीटर दूर खुद ही बेचते थे।वाह भाई वाह पुलिस के भी किस्से नायाब है तीन को पकड़ा और सारा उन्हीं के कंधों पर लाद दिया अब पुलिस को उस छापा खाने की भी तलाश करनी चाहिए थी जहां पर यह फर्जी कागजात यह तीनों बनाते थे, फिर पुलिस को उन ठिकानों की भी तलाश करनी चाहिए थी जहां पर यह तीनों चोर ऊंची आवाज में मोटरसाइकिल ले लो मोटरसाइकिल ऐसा चिल्लाते हुए चोरी के वाहन बेचते थे। अरे भाई उत्तर प्रदेश पुलिस थोड़ा तो समझकर खेल खेलो इन तीनों के अलावा बाकी की जो गैंग है जो इन्हें फर्जी कागजात बनाने में मदद करती है और जो इन्हें मोटरसाइकिल बेचने में मदद करते हैं थोड़ी मेहनत और करो फिर सेहरा पहनो।
4 महीने से एक पत्रकार परेशान एक अदत f.i.r. के लिए ,वह भी उस कांड के लिए जो बिल्कुल साफ क्लियर है,लेकिन कानपुर पुलिस की आंखों में चड़ा हुआ माड़ा उसे कुछ देखने ही नहीं देता एक महान कंपनी के द्वारा की गई फ्रॉड 420 ई धोखाधड़ी पर कानपुर पुलिस से एक केस नहीं फाइल हो पा रहा क्योंकि इनको तीन ही चोर पूरा यूपी लूटते दिखाई दे रहे हैं ।बेचारे क्या देखें और अब चक्कर यह है ऊपर नीचे नीचे ऊपर भी देखना है और चोर भी पकड़े हैं। तेरा दीवाना है और इनाम भी लेना है ।आप चोर तो फिर बहुत है कहां तक पकड़े विचार है हो सकता है जेल में इतना खाना पानी या रहने की व्यवस्था ना हो उसमें भी तो खर्च होता है।
जय हो कानपुर पुलिस की जय हो।
(Editor in chief – Sushil nigam)