लैब टेक्नीशियन संजीत का नहीं चल रहा पता
अभी भी पुलिस के पास सिर्फ अंदाजा
भगवान चाहेंगे तो दो-तीन दिन में मिल जाएगा संजीत बोले एस आई
30 लाख ले उड़े अपहरणकर्ता
कानपुर : थाना बर्रा संजीत अपहरण कांड में बर्रा पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आने लगी क्योंकि पुलिस के सामने अपहर्ता रुपयों से भरा बैग कैसे ले उड़े इतना ही नहीं फिरौती लेने के बाद भी एक घंटे तक उनका मोबाइल चालू रहा पुलिस ने ट्रैक क्यों नहीं किया। यह कुछ एक बिंदु ऐसे हैं, जिन पर उच्चाधिकारियों को गौर करना चाहिए जानबूझकर पुलिस ने बहन के बयान बदलवाए भाई के जान का हवाला देकर क्राइम ब्रांच के किसी दरोगा ने बहन से कहलवाया की बैग में पैसे नहीं कपड़े थे अब यह कौन बताएगा की बयान बदलने से उसकी जान कैसे बच सकती है, पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं है, ना ही उनके पास कोई ठोस प्लान है, फिर किस दिशा में और कैसे आगे बढ़ रही पुलिस जबरन रिश्तेदारों को उठा रही और एसपी साउथ ने तो बहन रुचि पर ही संदेह करते हुए आरोप लगा दिया।आखिरकार 25 दिन में पुलिस के पास बहन ही मिली आरोपी तय करने के लिए मतलब सीधा और साफ है।या तो पुलिस जानबूझकर जांच एवं तलाश की दिशा भटका रही है, या फिर पुलिस के हाथ में अभी तक कुछ भी नहीं लगा ऐसे में पुलिस स्टाफ की समझदारी पर भी प्रश्नचिन्ह लग जाता है।
हालांकि एसएसपी ने अपहरणकर्ताओं को पीडि़त परिवार से 30 लाख रुपये की फिरौती दिलवाने और इस मामले में लापरवाही बरतने पर बर्रा प्रभारी रणजीत राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
एडीटर इन चीफ :- सुशील निगम