राजस्थान में दबोचा गया 50 हजार का इनामी अफजल उर्फ राजू उर्फ जावेद।
2 साल से छू नहीं पा रही थी पुलिस डी-2 गैंग, जो अब आई०एस० 273 गैंग के नाम से जाना जाता है का सदस्य है अफजल।
कानपुर के चमनगंज,अनवरगंज बर्रा एवं मूलगंज में अफजल के खिलाफ अच्छा खासा अपराधिक इतिहास।
उत्तर प्रदेश – लखनऊ कानपुर के शातिर गैंगस्टर अफजल उर्फ राजीव उर्फ जावेद को एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने थाना मुरलीपुरा जिला जयपुर राजस्थान से दबोच लिया। मुख्य रूप से अफजल 80 / 46 कुली बाजार थाना अनवरगंज जनपद कानपुर का रहने वाला है, जो मुरलीपुरा पश्चिमी जयपुर में रह रहा था।जिसे कानपुर के निरीक्षक श्री लान सिंह को टीम गठित कर पुरस्कार घोषित सभी अपराधियों पर निगरानी रखने उनके प्रति जानकारी जुटाने और कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश एसटीएफ को अफजल के मुरलीपुरा जयपुर में होने की पुख्ता सूचना मिली, जो छुपकर फरारी काट रहा था। मुखबिर खास की सूचना के आधार पर 18 दिसंबर को एसटीएफ मुरलीपुरा पहुंची और मुखबिर की निशानदेही पर लान सिंह ने टीम सहित घेरकर मौके पर ही उसे पकड़ लिया। पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि सन 2008 में मुकदमा संख्या 362/19 CLA एक्ट व 3/4 PPD एक्ट व 27 आयुध अधि० के तहत थाना बाबू पुरवा कानपुर में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था ।जिसके चलते वह कानपुर से भागकर राजस्थान जयपुर में रह रहा था ।20 दिसंबर को वैधानिक कार्यवाही कर संबंधित मुकदमें में थाना बाबू पुरवा कमिश्नरेट कानपुर नगर द्वारा आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
( एडीटर इन चीफ : सुशील निगम )