Union Bank में लॉकर काटकर हुई लूट का खुलासा ,,
नौबस्ता थाना क्षेत्र में बैंक के लॉकर काट कर की थी लूट।।
11 आरोपी हुए गिरफ्तार 2 की तलाश जारी, लूटे गए करोडों के जेवर हुए बरामद।।
झारखंड के गिरोह ने वारदात को दिया था अंजाम, गैंग में संजीवनी हॉस्पिटल के संचालक की रही अहम भूमिका।।
लुटेरो को मरीज बनाकर डॉक्टर ने अस्पताल में किया था, और वही हुआ था माल का बटवारा।।
पीपीएन मार्केट में बैजनाथ रामकिशोर ,में इसी गैंग ने की थी करोड़ो की चोरी।।
कन्नौज में ग्रामीण बैंक में कर चुके लूट का प्रयास,, 50 से ज्यादा बैंको में रेकी के बाद कानपुर को बनाया था निशाना।।
आईजी ने केंद्र सरकार को लिखा बैंको की सुरक्षा को लेकर पत्र, डीजीपी ने ढाई लाख के इनाम की घोषणा की।।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बढ़ाई वर्दी की चमक
गत 19 फरवरी को यूनियन बैंक यशोदा नगर पशुपति नगर थाना नौबस्ता में लाकर काटकर उड़ाया गया माल ही नहीं 11 शातिर अंतरराज्यीय अपराधियों को भी गिरफ्तार कर कानपुर की पुलिस ने एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है।
लगभग 4.155 किलोग्राम सोना 18 किलो चांदी और 4 लाख 490 रुपये नगद और घटना में प्रयोग की गई 4 गाड़ियां बरामद कर ली गौरतलब है कि अंतरराज्यीय पकड़े गए अपराधियों में दो महिलाएं भी है।
पुलिस के इस भागीरथ प्रयास के पीछे पुलिस महानिरिक्षक आलोक सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजेश यादव सहित स्वाट पुलिस टीम सम्मिलित है।
कानपुर के नौबस्ता क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया यशोदा नगर के स्ट्रांगरूम को गैस कटर से काटकर आम जनता की बैंक में रखी गाढ़ी कमाई जैसे कि हीरे सोने चांदी व नगद धनराशि चोरी कर एक सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाले अंतर्जनपदीय 11 अभियुक्त चोरों को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया लगभग 4.155 किलो सोना 17 किलो चांदी व 400490 नगद रुपए तथा घटना में होने वाली वाहन फिएट लीनिया स्कार्पियो वैगन आर को मुख्य रूप से बरामद किया जिस का खुलासा रविवार दोपहर कानपुर के पुलिस लाइन में किया गया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान मालूम पड़ा कि यह लोग काफी पुराने वा शातिर अपराधी है तथा इनका गैंग जेल में गिरफ्तार सतीश जैसे अपराधियों से संपर्क कर वहां की भौगोलिक स्थिति की जानकारी करते हैं तथा उस राज्य के आसपास के बड़े तथा शातिर अपराधियों से मिलकर बैंक आदि की रेकी करते हैं इस गैंग के सदस्य अत्यधिक प्रोफेशनल है ये लोग स्ट्रांगरूम के मेन द्वार को देखकर ही बता देते हैं कि उक्त दरवाजे के अंदर कंक्रीट भरी है अथवा नहीं जिस दरवाजे के अंदर अगर कंक्रीट भरी होती है उसको गैस कटर से काटने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए वह ऐसे बैंक को चुनते हैं जिनके दरवाजे में कंक्रीट ना भरी हो या कंक्रीट कम से कम भरी हो और साथ ही ऐसे बैंकों को चुनते हैं जिनके आसपास कुछ दूरी पर मैदान खाली हो अगल-बगल किसी का कोई परिवार न रहता हो ताकि उनको मुख्य गेट से प्रवेश ना करना पड़े हमेशा साइड या पीछे से बैंक में प्रवेश करते हैं जिससे गैस कटर सिलेंडर व ऑक्सीजन सिलेंडर जैसी अनेक चीजों को आसानी से बैंक के भीतर ले जाया जा सके अक्सर यह लोग बैंक के लंबे अवकाश का इंतजार करते हैं लंबे अवकाश पर यह बैंक को अपनी लूट का शिकार बनाते हैं उसके बाद एक दूसरे साथी कुछ महीनों के लिए आपस में माल का बंटवारा कर आपस में मिलना या फिर फोन पर बात करना जैसे संबंध बिल्कुल खत्म कर देते हैं ताकि इन पर कोई शक ना कर पाए
यह भी बताया है दो फरार अपराधियों को पुलिस जल्द ही पकड़ लेगी
पकड़े गए अभियुक्त
1- सत्येंद्र (गुड्डू यादव)पुत्र राजेंद्र निवासी देवीशाहः नगर IIT गेट कल्याणपुर कानपुर
2- श्रीमती नीरज यादव पत्नी सत्येंद्र यादव निवासी कल्याणपुर कानपुर
3- भानु प्रताप सिंह पुत्र स्व. कुंवर सिंह
4- श्रीमती मन्नू देवीय(मंजू) पत्नी भानू प्रताप सिंह निवासी नगर महापालिका कॉलोनी दादा नगर गोविंद नगर कानपुर
5- अक्षय प्रताप सिंह (प्रिंस)पुत्र भानु प्रताप सिंह निवासी गोविंद नगर कानपुर
6- नीटू (सतेंद्र सिंह) पुत्र सुरेंद्र सिंह यादव निवासी ग्राम खुमान पुरवा ठठिया कन्नौज
7- डॉ. संजीव आर्या पुत्र ओम प्रकाश आर्या निवासी एम ब्लाक काकादेव कानपुर
8- आदित्य सोनी पुत्र विनोद सोनी निवासी पानी गांव इंदिरा नगर लखनऊ हाल पता एम ब्लॉक काकादेव थाना कल्याणपुर
9- रामकुमार शर्मा (भोला मिस्त्री) पुत्र बाबूलाल निवासी नारायण पुर पाराडिग्घी ओल्डमालदा जिला मालदा पश्चिम बंगाल
10- फेकू बसाद पुत्र नरेश बसाद जिला साहेबगंज झारखंड
10- मिथुन मंडल पुत्र शैलेंन मंडल
फरार अभियुक्तों के नाम
1- मामू निवासी कमालपुर थाना मानिकचक जिला मालदा पश्चिम बंगाल
2- कृष्णा रविदास पुत्र देवेश रविदास निवासी उदवा थाना राधा नगर जिला साहिबगंज झारखंड
घटना का खुलासा एवं अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
1- SO संतोष कुमार सिंह थाना नौबस्ता
2- SO सतीश कुमार सिंह थाना फजलगंज
3- SO मनोज कुमार सिंह रघुवंशी थाना रेल बाजार
4- SSI बृजेश चंद यादव थाना नौबस्ता
5- SI मोहम्मद आसिफ थाना नौबस्ता
6- SI विनोद कुमार मिश्रा प्रभारी क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय कानपुर
7- SI त्रदीप सिंह स्वाट टीम प्रभारी
8- SI श्री देवी सिंह प्रभारी सर्विलांस
9- SI कौशलेंद्र प्रताप सिंह थाना नौबस्ता
10- SI नन्हेलाल थाना नौबस्ता
11- कांo स o रामप्रताप मौर्या थाना नौबस्ता
12- काo रवि कुमार थाना नौबस्ता
13-काo समसाद थाना नौबस्ता
14-काo विपिन कुमार थाना नौबस्ता
15-काo हरिगोविन्द थाना गोविंद नगर
16-काo निधि पाल थाना नौबस्ता
17-काo विनोद कुमार थाना रेल बाजार
18-काo शरीफुल हसन थाना रेल बाजार
19-काo अरुण कुमार थाना नौबस्ता
20-काo अमित स्वाट टीम
21-काo कलीम अहमद स्वाट टीम
22-काo राम दिनेश पाटिल
23-काo विनायक कुमार स्वाट टीम
24-काo दीपू स्वाट टीम
25-काo प्रदीप स्वाट टीम
26-काo अजय सेंगर स्वाट टीम
27-काo इसरार आलम स्वाट टीम
28-काo देवी सिंह यादव स्वाट टीम
29-काo जीतू सिंह क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
30-काo पुष्पेंद्र सिंह क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
31-काo ललित यादव क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
32-काo वसीम खान क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
33-काo धर्मेंद्र यादव क्राइम ब्रांच रेंज
34-काo मनोज यादव क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
35-काo नरेंद्र भदोरिया क्राइम ब्रांच रेंज कार्यालय
यदि ऐसे शातिर अपराधी जिनका एक पुख्ता अपराधिक इतिहास होता है जिसका सुधार नहीं किया जा सकता ऐसे अपराधियों के लिए भारत सरकार को तत्काल ऐसे नियम बनाके प्रयोग में लाने चाहिए जिससे ऐसे अपराधियों को समूलता नष्ट किया जा सके या इन्हें सामाजिक परिक्षेत्र से बिल्कुल अलग करके इनकी सुनवाई की जानी चाहिए जब तक ऐसे शातिर अपराधी चार-चार छै-छै मामलों के चलते हुए समाज के अंदर रहेंगे तब तक घटनाओं की पुनरावृति होती रहेगी और सबसे गंभीर पहलू यह है कि यह शातिर अपराधी अपने जैसे नए अपराधियों को जन्म देते रहेंगे।
एडिटर:डॉ. आर्यप्रकाश मिश्र की रिपोर्ट रीपोर्टर इन: चीफ सुशील निगम