मैथा स्टेशन से 4 किलोमीटर मंडौली संपर्क रोड हो गईं लापता रह गए बड़े बड़े गढ्ढ़े
15 वर्षो से जान जोखिम समस्याओं से जूझ रही 40 से 50 गाँवो की जनता
केवल चुनाव के समय वोट के लिए दिखाई देते हैं जनता के सुभचिंतक और करते है, बड़े बड़े वादे और जीत के बाद दिखाते हैं, ठेंगा
कानपुर देहात: देखिए बुरा हाल मैथा रेलवे स्टेशन से मड़ौली संपर्क मार्ग जिसकी लंबाई लगभग 4 किलोमीटर जो कि पूरी तरीके से गड्ढों में तब्दील हो गई है,जिसमें से लगभग 40 से 50 गांवों के लोग तथा रेलवे स्टेशन रूरा रेलवे स्टेशन पत्रा रेलवे स्टेशन मरोली रेलवे स्टेशन मैथा प्रमुख रेलवे स्टेशन पड़ते हैं, जिसमें कि रोज आने जाने वाले यात्रियों को भी इसी रास्ते से गुजरना पड़ता हैं,लगभग 15 सालों से इस रोड में कोई भी मरम्मत कार्य नहीं हुआ है,आज की स्थिति यह है, कि सड़क पूरी तरह से तालाब बन चुकी है,जोकि जानलेवा है, आए दिन कई वाहन डेमेज होते हैं, और लोग गिरकर घायल भी हो जाते हैं।
जबकी ग्राम प्रधान रामचंद्र सिंह ने इस सड़क के लिए कई बार आवाज उठाई लेकिन किसी भी अधिकारी व राजनेता ने कोई सुनवाई नहीं की
ग्राम वासियों ने बताया पिछले पाँच वर्षो का पूरा कार्यकाल भारतीय जनता पार्टी के सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ने बिताया और जनता ने बड़ी आशा के साथ फिर से सांसद भोले जी को चुना लेकिन आज तक सांसद जी ने हम ग्राम वासियों की समस्या को देखना तो दूर की बात कभी इन रास्तों से गुजरे भी नही।
आखिर कब जागेंगे जनता के प्रतिनिधि और कब होगा जनता की समस्याओं का निदान
रिपोर्टर इन चीफ- सुशील निगम