मानकों को ताक पर रख नियम कानून की धज्जियां उड़ा चल रहा यशोदा नगर के ब्लाक 60 फिट सड़क के दोनो तरफ इंटरलाकिंग का काम
ठेकेदार के मुताबिक बजरंग चौराहे से नमक फैक्ट्री तक बनी सड़क में बचे हुए फण्ड से पार्षद के कहने पर बिछाई जा रही इंटरलॉकिंग
कहीं तीन फीट, कहीं दो फुट, तो कही 8आठ से 10 फुट चौड़ी लगाई जा रही इंटरलॉकिंग
कानपुर : यशोदा नगर के ब्लाक में कामरेड टेन्ट हाउस चौराहे से पूर्व दिशा की ओर 60 फिट सड़क के दोनो तरफ क्षेत्रीय पार्षद वार्ड 95 के कहने पर बजरंग चौराहे से लेकर नमक फैक्ट्री चौराहे तक बनी डामर रोड के किनारे बिछाई गई इंटरलाकिंग में ठेकेदार के पास बचे हुए धन की भरपाई करने हेतु कराए जा रहे निर्माण कार्य में चल रही ठेकेदार व क्षेत्रीय पार्षद एवं नगर निगम के कुछ अधिकारियों की मनमानी।
पता नही कितना पैसा ठेकेदार के पास बचा और कितना लगाया जा रहा हैं,और इसके बाद भी कितना बचेगा ये तो विभाग जाने या क्षेत्रीय पार्षद या फिर ईश्वर जाने
पता नही आखिर क्यों योगी जी का बुल्डोजर कुछ लोगों मेहरबान हो रहा और कुछ पर गड़गड़ा रहा जबकि माननीय योगी जी ने साफ साफ कह रख्खा हैं कि अवैध निर्माण कर कब्जा करने वालो पर सख्त कार्यवाही कर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए।
क्षेत्रीय पार्षद प्रशांत शुक्ला की माने तो ठेकेदार के बचे हुए धन से लगभग 60 से 70 फुट तक इंटरलॉकिंग निर्माण एक ओर किया जा रहा।
ठेकेदार सुन्दर पाल यादव नें बताया कि बचे हुए जमा धन से की जा रही इंटरलाकिंग कार्य के विषय मे जेई और अधिषासी अभियंता को पूर्णतया जानकारी जानकारी कराई जा चुकी हैं, और अवैध कब्जा दारों से कब्जा हटाने को कहा गया लेकिन किसी नें कब्जा नही हटाया तो मैं क्या करूँ क्या मैं किसी से लाठी चलाने जाऊंगा और अधिषासी अभियंता से बात करने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
एक्सचियन को फोन लगाया लेकिन फोन नही उठा जेई को फोन किया नही उठा।
अब कौन बताये की कितना धन राजस्व का ठेकेदार के पास जमा था?
और उसके एवज में कितना निर्माण किया जाना था?
अवैध कब्जेदारों के कब्जो पर क्यों नही की गई ध्वस्तीकरण की कार्यवाही?