महीने भर से होता रहा रेप सूचना के बाद भी सोती रही पुलिस
नाबालिक लड़की गरीब पिता कैसे सुने पुलिस
112 नंबर पर सूचना के बावजूद चौकी से लेकर थाने तक के पुलिस अधिकारी मामले से जता रहे अनभिज्ञता
कानपुर : थाना नौबस्ता क्षेत्र चौकी हंस पुरम मामला आवास विकास कच्ची बस्ती तिवारी चौराहा का है, जितेंद्र कुमार सेंगर अपनी 14 वर्षीय पुत्री के साथ रहते हैं, इनका भतीजा जगराम सिंह पुत्र लाल सिंह भी कभी-कभी घर आ जाता था। लेकिन पिछले 1 माह पहले वह आया और पीड़िता के साथ बलात्कार किया जिस डर से पीड़िता 2 दिनों तक झाड़ियों में छुपी बैठी रही आवास विकास हंसपुरम चौकी को सूचना दी गई चौकी इंचार्ज महोदय पीड़िता का बयान वीडियो लेकर उसे वापस घर छोड़ गए। उसके बाद कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं की गई 15 दिन पूर्व फिर जगराम ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया 7 दिसंबर को फिर से जग जग राम ने बलात्कार करने की कोशिश की तो पीड़िता के पिता ने उसका विरोध किया जिस पर जगराम ने उसे बुरी तरह मारा-पीटा 9 दिसंबर थाना नौबस्ता को पूरे मामले की जानकारी देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई चौकी इंचार्ज हंस पुरम ने 2 सिपाही भेज कर पीड़िता की सुपुर्दगी एक पड़ोसी महिला विमला पत्नी मोहनलाल को 2 दिन के लिये करा दी ना ही पीड़िता की कोई जांच कराई गई और ना ही जगराम पर कानूनी उचित कार्यवाही की गई 2 दिन की सुपुर्दगी के बाद विमला ने जब फिर 112 नंबर पर सूचना दी तो सिपाही जगराम को अपने साथ ले गए और फिर से पुलिस सो गई कुल मिलाकर पूरे प्रकरण में अभी तक ना ही एफ आई आर दर्ज की गई है, और ना ही किसी तरह की पीड़िता को सहायता प्रदान की गई है, मामला बलात्कार का है, अब कानपुर नौबस्ता पुलिस के लिए मामले की गंभीरता कैसे आती जाती है, क्या पीड़िता को आत्महत्या कर लेनी चाहिए थी जो पंचनामा करने पुलिस पहुंच जाती या फिर जगराम द्वारा रेप और हत्या की घटना को अंजाम दिया जाए तब मामला पुलिस के लायक बने आखिरकार पुलिस चाहती क्या है, कैसे उसे पीड़ितों की चीखें सुनाई पड़ेगी जगराम जैसे हवसी अपराधी प्रवृत्ति के लोग ऐसे छोड़ दिए जाएंगे तो इस समाज का क्या होगा अगर ऐसे व्यक्ति खुले घूमते रहेंगे तो फिर पुलिस का काम क्या है, समाज में आखिरकार इन सवालों के जवाब कौन देगा क्या पीड़ितों के भाग्य में पीड़ित होना और मर जाना ही लिखा रहेगा पूरे घटना की जानकारी आईजीआरएस पर अनीता दुआ द्वारा सम प्रेषित की जा चुकी है।
एडीटर इन चीफ : सुशील निगम