राष्ट्रीय
मन की बात में बोले पीएम मोदी- एक महीने में GST के फायदे दिखने लगे हैं
मन की बात में बोले पीएम मोदी- एक महीने में GST के फायदे दिखने लगे हैं
नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 34वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम से देश को संबोधित किया. पीएम हर महीने के आखिरी रविवार को 11 बजे इस कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित करते हैं.
-वर्षा जब विकराल रूप लेती है तब पता चलता है कि पानी की विनाश करने की भी कितनी ताकत होती है
-बाढ़ जैसी आपदाएं (प्रकृति का भीषण स्वरूप) बहुत विनाश कर देती हैं
-पर्यावरण में बदलाव का निगेटिव असर हो रहा है
-भारत के कई हिस्से बढ़ से जूढ रहे हैं व्यापक स्तर पर राहत कार्य हो रहे हैं, पूरी मॉनीटरिंग हो रही
-बाढ़ पीढ़ितों को मदद के भरकस प्रयास हो रहे हैं
-हमारे किसान भाइयों को बाढ़ से काफी नुकसान होता है, हमने बीमा कंपनियों को एक्टिव करने की योजना बनाई है
-बाढ़ से निपटने के लिए हेल्पलाइन 1078 लगातार काम कर रही है
-मौसम का पूर्वानुमान अब करीब सटीक निकलता है, हम भी इसके मुताबिक कार्यक्रम तय करें ताकि नुकसान से बच सकें
-मन की बात के लिए मुझसे ज्यादा देश के नागरिक तैयारी करते हैं
-जीएसटी को लेकर बहुत सारी चिट्ठियां और कॉल आईं
-जीएसटी को लागू हुए एक महीना हुआ, इसके फायदे दिखने लगे हैं
-जिस तेजी से नए रजिस्ट्रेशन हुए उसने पूरे देश में नया विश्वास पैदा किया है
-जीएसटी के प्रयोग को एक मॉडल के रूप में रिसर्च कर रखा जाएगा
-जीएसटी में ये सुनिश्चित किया गया कि गरीब की थाली पर कोई असर न हो
-वन नेशन वन टैक्स का बड़ा सपना पूरा हुआ
-जीएसटी के जरिए सरकार और व्यापारियों के बीच दोस्ताना माहौल बना
-जीएसटी ऐतिहासिक उपलब्धि है, ये नई ईमानदारी की संस्कृति को बल प्रदान करने वाली व्यवस्था है
-एक अगस्त 1920 को असहयोग आंदोलन हुआ, 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन हुआ तो 15 अगस्त को देश आजाद हुआ
-हम भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं
-भारत छोड़ो का नारा डॉक्टर यूसुफ मिहिर अली ने दिया था
-इतिहास के पन्ने भव्य भारत के निर्माण की हमारी प्रेरणा है
-अहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी के दो अलग रूप दिखाई देते हैं
-भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी जैसे महापुरुष ने करो या मरो का नारा दे दिया
-भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम 1957 में हुआ, 1942 तक हर जगह कहीं न कहीं आंदोलन चलता रहा
-पीढ़ियां बदलती गईं लेकिन संकल्प में कोई कमी नहीं आई
-2017 से 2022 संकल्प से सिद्धि का एक नया अवसर आया है
-इस 15 अगस्त को हम संकल्प दिवस के रूप में मनाएं जिसकी सिद्धि 2022 तक हो
-गंदगी, गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद भारत छोड़ो का संकल्प लें
-आज करो या मरो की नहीं बल्कि नए भारत के संकल्प के साथ जुटने और जुड़ने की है
-नए भारत के निर्माण में युवा इनोवेटिव तरीके सा आगे आएं, इस मुहिम को जनांदोलन का रूप दें
-नरेंद्रमोदी ऐप पर भी क्विट इंडिया क्विज लांच किया जाएगा
-15 अगस्त को एक व्यक्ति नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ भारतीयों की आवाज गूंजती है
-15 अगस्त के भाषण के लिए माई गॉव पर या नरेंद्र मोदी ऐप पर विचार भेजिए, मैं स्वयं इसे पढ़ता हूं
-मेरा भाषण थोड़ा लंबा हो जाता है, इस बार इसे छोटा करने की कोशिश करूंगा
-भारत की अर्थव्यवस्था में एक सामाजिक अर्थशास्त्र है, जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए
-पिछले एक महीने से लगातार पर्यावरण के प्रति सजग नागरिकों ने मुझे चिट्ठी लिखी
-सार्वजनिक गणेशोत्सव में इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा स्थापित की जाएं, ताकि पर्यावरण की रक्षा हो
-आइए हम हमारे उत्सवों को गरीब के साथ, उसकी अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ें
-आने वाले त्योहारों, उत्सवों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं
-हमारी बेटियां नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रही हैं, महिला क्रिकेट विश्व कप में शानदार प्रदर्शन रहा
पीएम इस कार्यक्रम के माध्यम से देश की जनता को जागरुक करना का काम तो करते ही हैं, साथ ही इससे आकाशवाणी को भारी राजस्व भी मिलता है. हाल ही में सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में इससे जुड़ी जानकारी रखी. उन्होंने सदन को बताया कि पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम से आकाशवाणी को 10 करोड़ की कमाई हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में मन की बात कार्यक्रम से ये राजस्व जमा हुआ है. राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि 2015-16 वित्तीय वर्ष में आकाशवाणी को मन की बात कार्यक्रम से 4.78 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जबकि 2016-17 वित्तीय वर्ष में ये राजस्व बढ़कर 5.19 करोड़ होगा.