भूतपूर्व एसएसपी और थाना चौबेपुर की मिलीभगत आई सामने
हो सकते और भी बड़े अधिकारियों और नेताओं के साथ गहरे संबंध
आखिरकार आसमान खा गया या जमीन निगल गई विकास दुबे को
समझ नहीं आता विकास दुबे के घर को पुलिस ने घेरा था या पुलिस स्वयं घिरी थी इतनी बड़ी वारदात हुई कैसे
कानपुर थाना चौबेपुर बिकरु गांव इतने बड़े हत्याकांड में शामिल होने के बावजूद अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर विकास दुबे आखिरकार कौन सी सुरंग में चल रहा है, जो कभी यहां और कभी वहां दिखाई देता है, पुलिस की माने तो फरीदाबाद में उसके दर्शन सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से एक होटल में मिले पुलिस के पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गया किसने दी सूचना फिर से यह चल क्या रहा है,उत्तर प्रदेश पुलिस में किस पर विश्वास किया जाए और किस को दरकिनार किया जाए कौन सी खबर सच्ची है, कौन सी झूठी कैसे विश्वास करें पूर्व एसएसपी अनंत देव तिवारी का नाम जुड़ने के बाद यह घटना तमाम उन बड़े चेहरों की ओर इशारा करती है जो साजिश के पर्दे के पीछे हैं, जिनका खुलासा होना अत्यंत आवश्यक होगा अब यह खुलासा कौन करेगा किसके माध्यम से होगा ईश्वर जाने पहले भी टाइम 7 न्यूज़ यह आशंका जाहिर कर चुका है, विकास दुबे राजनीति के पालने में सवार है,और उसे मदद का दूध भी राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे से ही प्राप्त हो रहा है, आज की तारीख में पूरी उत्तर प्रदेश पुलिस उस आदमी को ढूंढने में लगी हुई है, जिस पर 5 लाख का इनाम और उसकी उंगली पकड़ने वाले भी उसी वर्ग के सामाजिक हिस्से हैं।
एडीटर इन चीफ :- सुशील निगम