बाहुबली विधायक और अपराधियों के बीच फंसी बिवाँर थाना पुलिस अपराधियों का दे रही साथ पीड़ित का ही दफ़ा 25 में किया चालान
बिवाँर थाना पुलिस हो गई पस्त,अपराधी है जबरदस्त।।
जिला हमीरपुर: थाना बिवाँर क्षेत्र के पाटनपुर गांव में 15 जुलाई को बब्बू सिंह की बेटी को स्कूल जाते समय संजय सिंह रास्ता रोककर उससे अश्लील हरकतें व छेड़खानी करने लगा जिस पर स्कूल न जाकर वो घर लौट आयी घर पर आकर उसने अपनी मां से शिकायत की जिस पर शाम को घर वापस आए बब्बू सिंह को उसकी पत्नी ने सारी घटना की जानकारी दी
जिस पर बब्बू सिंह ने थाना बिवाँर के दरोगा विजय बहादुर से फोन पर बताया कि साहब हमारी बेटी के साथ में संजय सिंह व उनके साथ में कई अन्य लोगों ने छेड़खानी की है, जिस पर SI विजय बहादुर ने बब्बू सिंह को समझाया कि तुम अपनी बेटी की पढ़ाई बंद करा दो और यहां से कहीं और चले जाओ क्योंकि यह सब गुंडे बदमाश हैं, इनके ऊपर विधायक अशोक सिंह चंदेल जी का हाथ है,इनका हम लोग कुछ नहीं कर सकते और हम तुम्हारी कोई मदद नही कर सकते।
फिर 17 जुलाई को दबंगों ने फिर पीड़ित बब्बू सिंह के घर में जा कर गाली गलौज करते हुए बब्बू सिंह को खाना खाते से घसीट कर बाहर लाकर लात घूसों से पीटना शुरू कर दिया जिस पर बब्बू सिंह की पत्नी वा बच्चे उसे बचाने के लिए दौडे और छोड़ देने के लिए रोने और गिड़गिड़ाने लगे लेकिन उन दबंगों ने बब्बू सिंह की पत्नी की साड़ी पकड़कर खींच लिया और उसे उठाकर पटक दिया और उसकी छाती पर चढ़ बैठा और कहा कि इसके पति को मार दो इसकी पत्नी को हम रखेंगे और बब्बू सिंह को घसीटते हुए अपने घर के पास ले जाकर पेड़ से बांध दिया और लाठी और डंडों से बुरी तरह पीटा उसके बाद अभियुक्तों ने स्वयं ही पुलिस को सूचना दी और बब्बू सिंह के पास एक देसी तमंचा रख दिया और पुलिस से कहा कि इसने हम लोगों पर फायर किया है,और जान से मारने की कोशिश की है,जिस पर बिवाँर थाना पुलिस बब्बू सिंह को थाने ले गई और प्रार्थना पत्र देने के लिए कहा बब्बू सिंह ने प्रार्थना पत्र दिया लेकिन बिवाँर थाना पुलिस ने कौन सा ऐसा खेल खेला कि बब्बू सिंह का मेडिकल भी करवाया और अभियुक्तों से भी एक प्रार्थना पत्र लिखवाकर ले लिया और दूसरे दिन फिर पीड़ित बब्बू सिंह का मेडिकल करवाने के लिए सरकारी अस्पताल भेजा लेकिन वहां पर डॉक्टर ने बिवाँर थाना पुलिस के सिपाहियों से पूछा कि अभी कल तो इनका मेडिकल करवा कर ले गए हो आज फिर मेडिकल किस बात का तो सिपाहियों ने बताया कि कल तमंचा वाली बात बताना भूल गए थे इसलिए दरोगा जी ने दुबारा मेडीकल के लिए भेजा है, तब इस बात पर गुस्साए डॉक्टर साहब ने सिपाहियों को फटकार लगाते हुए कहा कि मैं तुम्हारे कप्तान साहब को फोन लगा रहा हूं और अभी उनसे तुम्हारी शिकायत करता हूं जिस पर सिपाहियों ने डॉक्टर से माफी मांगी और पीड़ित को वापस थाने ले आए फिर थाने में दरोगा जी ने दफा 25 में पीड़ित का चालान कर दिया।
लेकिन इस घटना में यह समझ में नहीं आ रहा कि बिवाँर थाना पुलिस किस तरह कौन सी कार्यवाही कर रही है,एक तरफ पीड़ित द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर अभियुक्तों के विरुद्ध धारा 323 504 506 354 352 व 286 में एनसीआर दर्ज कर ली और पीड़ित का मेडिकल भी कराया और उल्टा ही पीड़ित पर दफा 25 लगाकर चालान भी कर दिया यह कौन साथ खेल खेल रही है पुलिस जो कि अपराधियों को बढ़ावा दे रही है,इन चार अपराधियों में श्री विजय सिंह 302 का अपराधी भी है,जो कि 8 वर्ष जेल में सजा काट चुका है
पीड़ित बब्बू सिंह जो कि एक गरीब और लाचार व्यक्ति है जिसकी 6 बेटियां और एक बेटा जो कि सभी नाबालिग है,सभी का बोझ उसके कंधे पर है,और इन अपराधियों ने उसका जीना दूभर कर रखा है,और पुलिस भी अपराधियों का साथ दे रही है, पीड़ित न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
थाना प्रभारी बिवाँर नें बताया
की बब्बू सिंह एक नशेबाज है, और आए दिन शराब पीकर उत्पात मचाता रहता है,और इन लोगों का जमीनी विवाद है, जबकि उस जमीन के दोनों पछ में से कोई भी हकदार नही है,जबकि बब्बू सिंह के अनुसार 20 मार्च 2007 को सहायक चकबन्दी अधिकारी द्वारा निर्णय हो चुका है, जिसमें जमीन का 1/16 भाग बब्बू सिंह के पिता श्री पाल के नाम दर्ज होने का आदेश पारित हो चुका है।
रिपोर्टर इन चीफ :सुशील निगम