बाल श्रम कानून की उड़ी धज्जियां कानून के ठेकेदारों ने भी मूंद ली आंखें
काम की आड़ में हो रहा मासूम बच्चों का शोषण
45 मजदूरों की मजदूरी हड़प कर भागा लेबर ठेकेदार सुदामा कुरील
मजदूरों में अधिकतर महिलाएं और नाबालिक बच्चे सबसे छोटी सितारा 8 वर्ष की
मामला थाना शिवली महोदय के पास आरोपी को फोन कर मगा रहे पीड़ितों के पैसे
कानपुर देहात: थाना शिवली 8 मई
सुदामा कुरील नाम का लेबर ठेकेदार अपने ही मजदूरों की मजदूरी हडपकर भाग गया। पैसा ना मिलने की सूरत में सभी पीड़ितों ने शिवली थाना अध्यक्ष की शरण जा पहुंचे जिनके आरोपी सुदामा से फोन पर बात हुई और वह मजदूरों का पैसा देने को तैयार है,और इस बाबत उसने लिखित स्वीकृति पत्र दे भी दिया है। ऐसा कहना है,थानाध्यक्ष शिवली चंद्रशेखर दुबे का
लेकिन सवाल उठता है,कि आरोपी को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया
जब कि कामगारों में अधिकतर नाबालिक बच्चे और बच्चियां है।
जिनसे मजदूरी कराना एक संज्ञेय अपराध है। थाना अध्यक्ष को यह बच्चे क्यों नहीं दिखाई दिए
और आरोपी सुदामा का अपराध शिवली पुलिस को नजर क्यों नहीं आ रहा है।
बकौल थानाध्यक्ष शिवली पूरा प्रकरण थाना शिवराजपुर के अंतर्गत आता है। तो फिर शिवली थाना महोदय ने पूरे प्रकरण को अपने हाथ में क्यों लिया पीड़ित पक्ष को थाना शिवराजपुर क्यों नहीं भेजा
जिस मालिक सुनील कटियार के खेत पर मजदूरों ने काम किया उस मालिक को पुलिस ने कैसे आजाद छोड़ दिया।
जब इस तरह के प्रकरण सामने आएंगे फिर कौन किस पर भरोसा कर सकेगा आखिरकार कैसे होगा न्याय
रिपोर्टर इन चीफ;- सुशील निगम