पनकी मन्दिर महंत जितेंद्रदास ने धूमिल की महामंडलेश्वर की गरिमा, दो अन्य सहित ड्राइवर को पीटा, वीडियो वायरल
कानपुर/ क्या एक महात्मा या सन्त को ये अधिकार है कि वह किसी को भी पीट सकता है ? महंत यानी कि महान या सर्वश्रेष्ठ क्या यही महानता है ? ऐसी ही एक घटना हुई पनकी मन्दिर में जी हां वही पनकी मंदिर जिसका नाम उत्तर प्रदेश सहित लगभग कई राज्यों में प्रसिद्ध है। मन्दिर में दो महंत हैं एक कृष्णदास और दूसरे जितेंद्र दास हालांकि इस पर भी विवाद शुरू से बना हुआ है।
अब बात करते हैं वाइरल हुए पूरे वीडियो का वाकया 13 तारीख दिन मंगलवार समय शाम के लगभग 6 बजे की। निकासी गेट की वीडियो क्लिप के अनुसार प्रत्येक मंगलवार की भांति श्रद्धालुओ का तांता मन्दिर में लगा हुआ था। उसी बीच मन्दिर के महंत जितेंद्र दास तेजी से हाथ से ललकारते हुए आगे बढ़े और थोड़ी देर बाद एक युवक को पीटते हुए दिखे इतने में ही एक युवक हाथ मे बेसबॉल जैसी कोई डंडा लेकर दिखा और वो भी युवक को पीटने लगा। साथ ही युवक को कई लोग पकड़ कर बाहर पीटते हुए ले जाने लगे।
वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वाइरल होने के बाद दनादन फोन महंतों के पास पत्रकारों के आने शुरू हुए। मौके पर पहुंचे संवाददाता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पड़ताल शरू की जिसमे नाम ना छापने की शर्त पर कुछ स्थानीय लोगो ने बताया कि कम्बल चोरी का इल्जाम लगाकर जितेंद्र दास सहित उनके दो सहयोगियों अमित पांडेय, सुमित पांडेय ने बड़ी ही बेरहमी से कृष्णदास के ड्राइवर मुन्ना की पिटाई की साथ ही मन्दिर के अंदर व बाहर से गन्दी गन्दी गालियों की झड़ी लगा दी।
क्या कहा महंत जितेंद्र दास ने-
जितेंद्र दास से सम्पर्क कर मामले की जानकारी करने पर बताया कि घटना की एक रात पहले मूर्ति से चांदी की माला व कम्बल चोरी हो गई थी जिसकी सूचना इन्होंने थाने में की है। हालांकि रिपोर्ट की नकल अभी तक नही मिली। साथ ही यह भी बताया कि कम्बल ओढ़े हुए दिखे मुन्ना से जब इस बारे में कम्बल व माले के बारे में पूछा गया तो उसने माला व कम्बल लौटा दिया।
क्या कहा कृष्णदास ने –
वहीं फोन से सम्पर्क कर मामले के बारे में जब कृष्णदास से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया की झूठे आरोप लगाकर मुन्ना की पिटाई की गई व स्वयम के साथ भी अभद्रता बताई।साथ ही यह बताया कि पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया व एनसीआर दर्ज कराई गई है।
क्या कहा मन्दिर में मौजूद भक्तों नें –
घटना के वक्त प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस तरह का कृत्य निश्चित तौर पर वर्षों स्थित पनकी मंदिर की गरिमा को ठेंस पहुंचाएगा और साथ ही ऐसी घटनाओं व कृत्यों को महंत के द्वारा अंजाम दिया जाना निश्चित ही निंदनीय है।
क्या हुई पुलिसिया कार्यवाही–
इन सब के बीच आपकी निगाहें पुलिसिया कार्यवाही पर टिकी होंगी तो आपकी ये भी जिज्ञासा शांत कर दें। पनकी थानाध्यक्ष से घटना में हुई कार्यवाही के बारे में थानाध्यक्ष ने बताया कि एनसीआर दर्ज की गई है। जांच के उपरांत कार्यवाही की जाएगी।
बड़े सवाल-
प्रथम दृष्टया मान लें कि मुन्ना कुसूरवार है, तो क्या महंत को सजा देने का अधिकार है ?
यदि जितेंद्रदास ने चोरी की सूचना दर्ज कराई तो पुलिसिया कार्यवाही से पहले खुद कार्यवाही करना उचित क्यों समझा ?
क्या एक महंत जो ईश्वर के बाद श्रद्धालुओं का विश्वाश है उसके द्वारा किया यह कृत्य उसकी साधुता को चुनौती नही देता
रिपोर्टर इन चीफ : सुशील निगम