पढ़े लिखे जाहिल दिल्ली पुलिस ऑफिसर ने आरोपी को ही बना दिया विवेचक।
PIS राजेंद्र कुमार त्रिवेदी दहेज एक्ट के एक मामले में हैं आरोपी ।
एफआईआर कानपुर के किदवई नगर थाने में हैं दर्ज।
कानपुर नगर : मामला किदवई नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत साकेत नगर का है, पीड़िता अंकिता उर्फ विभू पुत्री भूषण मिश्रा निवासी साकेत नगर की शादी सुमित तिवारी के साथ दिनांक 4 मई 2021 को हुई थी। दहेज लोभी ससुराली जनों द्वारा विवाह के कुछ दिनों बाद ही पीड़िता अंकिता मिश्रा के साथ मारपीट कर अतिरिक्त दहेज की मांग करते हुए उसका मानसिक व शारिरिक उत्पीड़न करना शुरू कर दिया।जिसपर पीड़िता नें दहेज लोभी ससुरालीजनो के खिलाफ थाना किदवईनगर में 12 अगस्त 2021 को मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे मुख्य आरोपी पीड़िता का नन्दोई राजेंद्र कुमार त्रिवेदी जो कि वर्तमान में दिल्ली पुलिस में एसआई के पद पर कार्यरत हैं जो पीड़िता अंकिता मिश्रा को बराबर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसका कैरियर खराब करने की धमकियां दे रहा है। जिसपर पीड़िता नें दिल्ली पुलिस महानिदेशक से लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई थी। लेकिन दिल्ली पुलिस नें आरोपी दरोगा पर कार्यवाही करना तो दूर उसी मामले में उसी दरोगा को जांच अधिकारी बना दिया।जब आरोपी को ही मामले की जांच देदी तो फिर पीड़िता को न्याय कहां से मिलेगा?और पीड़िता को मारपीट कर घर से निकाल दिया और उसके कैरियर खराब करने की नियत से उसकी अलवारी में रख्खे सोने चांदी के जेवरात मार्कशीट व अनुभव प्रमाण पत्र वा जॉब से सम्बंधित सभी कागजात भी गायब कर दिये ।अब ऐसे में पीड़िता को न्याय मिलना तो लगभग नामुमकिन है जब आरोपी ही जाँच अधिकारी बन गया हो।
इस तरह का एक ये ही मामला नहीं है सरकारी अमला पूरी तरह अनियंत्रित है और मनमानी कर रहा है, बिल्कुल खुले रूप से अराजकता फैली हुई है, भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है ।रामराज्य की जगह रावण राज का साम्राज्य है, ना कोई पूछने वाला है, ना कोई बताने वाला। ऐसे में न्याय की उम्मीद किससे रखेगा आम आदमी? पूरे भारतवर्ष में केवल एक ही बलात्कार हुआ जिसके आरोपियों को सजा-ए-मौत मिली ना उससे पहले कोई बलात्कार हुआ था ना तो उसके बाद से अभी तक कोई बलात्कार हुआ अब इतनी सी बात से अच्छी तरह समझा जा सकता है, कि हम एक ऐसे देश में निवास कर रहे हैं जहां हमारे अपने ही हमारे भक्षक बन बैठे हैं।सुरक्षा और न्याय की उम्मीद का मात्र एक सहारा परमपिता परमेश्वर ही है, मतलब राम भरोसे जीना है।
वीडियो देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करे
(रिपोर्टर : कोमल प्रजापती)