नौबस्ता चौराहे में डग्गेमारी वाले वाहनों का भारी आतंक हो रही लाखों की वसूली अवैध स्टैण्ड बना भीषण जाम व एक्सीडेंट का कारण
ए सी / कूलर का मजा ले रहे पुलिस अधिकारी जाम के झाम से परेशान जनता बेचारी
अवैध वसूली के दम पर चलती है धड़ल्ले से ये गाडीयां
एक दिन में एक मैजिक ठेका गाडी को अधिकतम 3 से 4 चक्कर लगाने ही दिया जाता है। आपको बता दे कि ये गाड़िया सवारियां भी ठूंस ठूंस कर भरते हैं। जबकि परिवहन विभाग के द्वारा मैजिक में बैठने के लिए मात्र 7-8 सवारी ही पास होती है.मगर अक्सर आपने देखा होगा कि ये मैजिक गाडी वाले अपनी मैजिक में 14-16 लोग बैठाते हैं। जिससे उनकी जान माल का भी खतरा होता है। इन सवारियों को बैठाने में भी सभी ड्राइवर और कंडेक्टर में होड़ लगी रहती है। जिसकी वजह से सवारियों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है। महिलाओं का हाथ पकड़ कर घसीटते हुए कई बार ये लोग बदतमीजी करते दिखाई दे जाते हैं, इस पर अगर कोई सवारी विरोध करती है,तो उसके साथ सब मिलकर हाथापाई पर उतारू हो जाते हैं।
सरकार को लगाया जा रहा है।प्रति माह लाखों का चूना
सूत्रों की माने तो ये नौबस्ता व बर्रा मैजिक अवैध ठेके स्टैण्ड है। इस स्टैण्ड का कानपुर नगर निगम से कोई भी लेटर नहीं जारी किया गया है,और इस स्टैण्ड की वसूली भी नगर निगम नहीं भेजी जाती है। तो फिर सोचने वाली बात यह है,कि जो प्रतिदिन 150 रुपये और 1000 हर मैजिक गाड़ी वाले से वसूले जाते हैं वो आखिर जाते कहाँ है?
सूत्रों के कथना अनुसार लगभग प्रतिदिन 120-150 गाड़ियों से वसूली की जाती है। इसका मतलब है,कि मासिक दो लाख से ढाई लाख रुपया की वसूली होती है।
आखिर क्यो मौन धारण कर बैठे हैं।ट्रैफिक विभाग व पुलिस प्रसाशन
RTO साहब भी देख कर कर देते है,अनदेखा
इस तरह की गाड़ियों के चैकिंग का अभियान कई बार चलाया जाता है। मगर कुछ से रुपया लेकर छोड़ दिया जाता है।और कुछ 1-2 गाड़ियों का चालान भी कर के खानापूर्ति कर दी जाती है। फिर क्या? एक बार फिर से ये मौत की सवारी ठेकागाडी तैयार हो जाती है।अपने काम के लिए।
बताते चलें की विगत कुछ समय पूर्व रही डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह ने अवैध रूप से चल रहे इस वाहन स्टैंड को पूरी तरह से बंद करा दिया था लेकिन डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह के शहर से ट्रांसफर होते ही इस अवैध वाहन स्टैंड का दोबारा संचालन हो रहा है। स्टैन्ड को कथित रूप से पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण शिकायत करने के बावजूद यहां के दबंगों पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती। जिससे इनके हौसले बुलन्द हैं।
रिपोर्टर इन चीफ:-सुशील निगम