निराला नगर में किराए की दुकानों को लेकर सरेआम गुंडई
भाई ने ली थी दुकान किराए पर मौत के बाद दूसरे भाइयों ने कर लिया जबरन कब्जा
कानपुर :थाना किदवई नगर डॉ0 सुषमा देवी निवासी निराला नगर कानपुर के घर मे उनके हिस्से की दो दुकानों को उनके पति ने अपने जीवन काल मे संजय तिवारी नाम के व्यक्ति को किराए पर दी थी।
संजय तिवारी के देहांत के बाद उनके दो भाइयों अजय व विजय तिवारी ने जबरन कब्जा कर लिया।
उसके बाद उसमे शिकमी किरायेदार रख दिये।
सुषमा जी ने 20/11/2020को शिकमी किरायेदारों से अपनी दुकानें खाली करवा ली।दोनों शिकमी किरायेदारों ने बिना किसी हस्तक्षेप के दुकान खाली कर दी।उसके बाद अजय तिवारी आये और हंगामा करने लगे तब सुषमा जी ने 112 डायल कर दिया।पुलिस दोनों पक्षकारों को थाने ले गयी।
दोनों शिकमी किरायेदारों ने बयान दे दिया कि हमने खुद समान हटाया है,और कुछ भी चोरी नही हुआ।उसके बावजूद अजय तिवारी ने बोल दिया कि सुषमा जी ने 56000(छप्पन हज़ार)रुपये गल्ले से निकाल लिए।और किदवई नगर थाने में सुषमा के खिलाफ चोरी डकैती की रिपोर्ट भी लिख गयी।
जब सारे वीडियो मौजूद हैं और शिकमी किरायेदार बयान भी दे रहे हैं तो किस आधार पर पुलिस लिख रही है।
21 की शाम को सुषमा जी की चचेरी जेठानी अपने छोटे पुत्र संजय यरफ मोनू के साथ सुषमा जी के घर आकर अभद्रता की और एक दुकान पर अधिकार जताने लगे और धमकी देकर चले गए।
उसके बाद 29 तारीख को जो अपने हिस्से की दुकान सुषमा जी ने खाली करवाई उसके पीछे के भाग की दीवाल को उनके चचेरी जेठानी कौशिल्या देवी व उनके पुत्र संजय आदि ने रात ग्यारह बजे के करीब तोड़ना शुरू किया।
एक किरायेदार ने सुषमा जी को फोन किया।सुषमा जी ने कौशिल्या जी के पुत्र शंभू को फोन किया तो उन्होंने फोन नही उठाया। फिर सुषमा जी ने किरायेदार के फोन पर फोन किया कि बात करवाओ।किरायेदार फोन लेकर गया तो कौशिल्या देवी व उनके पुत्रों ने ये कहकर भगा दिया कि हम रात ग्यारह बजे बात नही करेंगे।फिर सुषमा जी ने 112 डायल किया।पुलिसकर्मियों ने बहुत देर तक प्रयास किया पर कौशिल्या देवी ने गेट नही खोला।हारकर वो भी लौट गए।30 तारीख की दोपहर में सुषमा जी ने ये देखने के लिए शटर खोला की दीवाल में कितनी क्षति हुई है।उसी समय कौशिल्या देवी अपने पुत्र संजय के साथ आई और ये कहते हुए कि दुकान हमारी है सुषमा जी को मारने लगी व दाहिने हाथ मे काट लिया।
संजय उफ मोनू ने भी सुषमा जी के साथ अभद्रता की व ताले चाबी सब छीनकर सड़क पर फेंक दिया व कुछ अपने साथ उठाकर ले गए। ।लोगों ने आकर बीच बचाव किया। सुषमा जी ने 112 डायल किया व थाना इंचार्ज को भी फोन किया।पुलिस आयी पूरी छानबीन की उसके बावजूद कौशिल्या देवी व उनके पुत्रो के खिलाफ कोइ कार्रवाही नही की। शाम को सुषमा जी के पुत्र रत्नेश सिंह थाना इंचार्ज से मिले और सारा वाकया बताया ।फिर भी थाने से न तो सुषमा जी का मेडिकल करवाया न ही कोई कार्यवाही हुई।
एडीटर इन चीफ : सुशील निगम