स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा खुद ही फैला रहे गंदगी
चाहे कितनी भी शिकायत करो हमारे ठेंगें से
कानपुर:– शहर के दक्षिणी क्षेत्र में नगर निगम की लापरवाही व कर्मचारियों ने कसम खा रखी है,चाहे सरकार कितनी भी कोशिश कर ले हम नहीं सुधरेंगे जहां मर्जी होगी वहां कूड़ा घर बनाएंगे और तो और दक्षिण क्षेत्र के यशोदा नगर नौबस्ता बर्रा कार्रही जहां चारों और मार्केट बाजार और सार्वजनिक स्थलों के आसपास एक भी टॉयलेट तक नहीं है,जिसकी वजह से दुकानदारों व राहगीरों को सड़क के किनारे रखें डस्टबिन य फिर कोई खाली प्लाट की दीवार को टॉयलेट बनाना पड़ता है।और सबसे शर्म की बात यह है कि इस समस्या से महिलाओं को सड़क किनारे निकलने पर शर्मसार एवं बदबू जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है। और कहने को तो रोज सड़कों पर झाड़ू लेकर सफाई कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभाते हैं। लेकिन खुद ही कूड़े के ढेर भी सड़कों के किनारे लगाते हैं। और उस कूड़े के ढेर में मवेशी भी अपना खाना तलाशते हैं।कभी कभी आपस में लड़ जाते हैं,जिससे राह में चलते हुए राहगीर उन की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो जाते हैं।और कई बार तो जान भी गवां बैठते हैं।और सबसे बड़ी बात तो यह है,कि बर्रा 8 से लेकर यशोदा नगर सैनिक चौराहे तक पेट्रोल पाइप लाइन पर दोनो ओर अनगिनत गेस्ट हाउस बने हुए हैं,जिनमें ना तो पार्किंग है।और ना ही कोई मानक है,जिस पर गेस्ट हाउस संचालकों ने अपने सामने खाली पड़ी पेट्रोल लाइन पर पार्किग बना रखी है।जिसकी वजह अक्सर भयानक जाम भी लग जाता है,और अधिकतर दुर्घटनाएं भी होती रहती है। और पूरी पेट्रोल लाइन पर जगह-जगह लोगों ने अवैध कब्जे कर रखे अधिकतर जगह कूड़े के ढेर जमा हैं, और अधिकत्तर क्षेत्रीय लोगों ने अपने घरों की नालियां पेट्रोल लाईन पर काट रख्खी जिससे हरदम जलभराव व सड़ांध आती रहती हैं। जिसके कारण मलेरिया व संक्रामक बीमारियों फैल रही है, जिसकी वजह से कानपुर दक्षिण भयानक गंदगी वाला क्षेत्र बन गया है।लेकिन ना तो इंडियन पेट्रोल पाइप लाइन अधिकारियों को किसी बात की चिंता है, और ना ही किसी नगर निगम अधिकारी व प्रशासन को इसकी परवाह।
आखिर कब जागेगा नगर निगम का प्रशासन या फिर सरकार की लुटिया डुबोने में जी जान यूँ ही लगा रहेगा
या फिर जनता को ही सरकार तक अपनी आवाज पहुँचाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा
रिपोर्टर इन चीफ:- सुशील निगम