देश का एक सूबा जहां चल रहा जीत का तांडव
आनन फानन में शपथ ग्रहण समारोह का होना समझ से परे
केन्द्र सरकार का विषम परिस्थितियों में प-बंगाल को असहाय छोड़ देना विस्मयप्रद
भारत : पश्चिम बंगाल वैसे तो पश्चिम बंगाल से मीडिया द्वारा कोई खबरें खबरों के पटल पर सम्प्रेषित नही हो पा रही हैं, लेकिन किसी भी तरह से सोशल मीडिया के द्वारा जो खबरें देखने को मिली वो हतप्रभ करने वाली रही, सम्पूर्ण परिस्थिति को देखकर मतलब TMC के कार्यकर्ताओं के द्वारा जारी जीत का तांडव और केंद्र सरकार का उससे तटस्थ होना समझ नहीं आया कि इसे आज का बंगाल समझा जाये या कल का हिंदुस्तान ?
उत्पात को कंट्रोल करने के बजाय आनन फानन में दीदी का शपथ ग्रहण समारोह समझ से परे हैं,कही न कहीं इन सब चीजों में केन्द्र की मौन स्वीकृति नजर आती हैं।
इन विषम परिस्थितियों में जबकि केन्द्र सरकार से सम्बंधित उनके अपने लोगों को जीत का तांडव मटियामेट करने पर आमादा हैं, को अकेला छोड़कर संवैधानिक लचर प्रक्रियाओं के इस्तेमाल की सोच भारत के आम जनमानस के मन में विस्मय उत्पन्न करती है, मानवीय दृष्टिकोण को एक किनारे रख दीदी को मुख्यमंत्री की शपथ जल्दी से जल्दी दिलाने के पीछे भारत सरकार की क्या रणनीति हो सकती हैं,इसे भारत सरकार के अलावा कोई नही समझ सकता कम से कम भारत का आम नागरिक बिल्कुल भी नहीं।
(एडीटर : डॉ0 आर्यप्रकाश मिश्र)