मुम्बई : देश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार तिहाड़ जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम छोटा राजन की हत्या कराना चाहता है। दाऊद के इशारे पर दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को तिहाड़ जेल की भीतर हत्या करने की साजिश रच रहा था। बताया जा रहा है कि तिहाड़ जेल प्रशासन को दो सप्ताह पहले मिली खुफिया जानकारी इसी ओर इशारा करती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया विभाग ने दो हफ्ते पहले ऐसी संभावना जताई थी कि छोटा राजन को जेल में मौत के घाट उतारा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, राजन को मारने के डी-कंपनी के प्लान का उस समय पर्दाफाश हो गया जब नीरज बवाना के एक करीबी ने नशे ही हालत में इस प्लान के बारे में अपने दूसरे साथी को बताया।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही नीरज बवाना की बैरक से मोबइल फोन मिले थे। खुफिया सूचना के बाद छोटा राजन की सुरक्षा की समीक्षा कर उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों की मानें तो राजन को मुंबई या महाराष्ट्र के किसी जेल में इसलिए नहीं रखा गया है, क्योंकि अधिकारियों का मानना है कि दाऊद इब्राहिम के लिए इस अति सुरक्षित जेल में राजन पर हमला करना कठिन होगा।
एक अधिकारी ने कहा कि छोटा राजन का बैरक जेल नंबर 2 के अंत में है जबकि बवाना को हाई-रिस्क वार्ड में अकेले रखा गया है। राजन के पास जांचे-परखे गार्ड और खाना बनाने वाले हैं, जिनकी नियमित रूप से दूसरे गार्ड चेकिंग करते हैं।
छोटा राजन के ऊपर कितने मामले
अंडरवर्ल्ड सरगना छोटा राजन उर्फ राजेंद्र सदाशिव निखलजे के ऊपर हत्या से लेकर जबरन वसूली और तस्करी से संबंधित 85 मामले चल रहे हैं। उसके खिलाफ महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात में ये मामले दर्ज हैं। उसे 25 अक्टूबर 2015 को इंडोनेशिया की पुलिस ने बाली में गिरफ्तार किया था और 6 नवंबर 2015 को उसे भारत भेजा गया था, तब से वो तिहाड़ में बंद है।
कौन है छोटा राजन उर्फ राजेंद्र सदाशिव निखलजे
मुंबई में एक मराठी परिवार मे जन्मे राजन निखलजे की परवरिश चेंबूर के निम्न मध्यवर्गीय इलाके तिलकनगर में हुई। यह इलाका सेंट्रल मुंबई में स्थित है। राजन ने अपने क्रिमिनल करियर की शुरुआत सहाकर सिनेमा में 1980 में टिकटों की कालाबाजारी से की थी। इसके बाद उसकी मुलाकात, बड़ा राजन और हैदराबाद के यडागिरी से हुई। इनके साथ राजन ने बिजनेस की बारीकियां सीखीं। बड़ा राजन की मौत के बाद राजन निखलजे को छोटा राजन का नाम मिल गया।
दाऊद क्यों है छोटा राजन का दुश्मन
बड़ा राजन की मौत से बाद छोटा राजन ने पूरे गैंग की कमान संभाल ली। इसी दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से इसका संबंध बन गया। दोनों एक साथ मिलकर मुंबई में वसूली, हत्या, तस्करी और फिल्म फाइनेंस का काम करने लगे। वह लंबे समय तक डी कंपनी के साथ काम करता रहा लेकिन बाबरी कांड के बाद 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट ने राजन को दहला दिया। जब उसे पता चला कि इस कांड में दाऊद का हाथ है, तो वह उसका दु्श्मन बन बैठा। उसने खुद को दाऊद से अलग करके नया गैंग बना लिया जिसके बाद से दोनों एक-दूसरे के जानी-दुश्मन बन बैठे।