दहेज लोभी लील गये अजिता कि जिंदगी
ससुराली जन हॉस्पिटल में ही अजीता के शव को छोड़ भाग गए
होजरी के कारखानेे में जांच करते फॉरेन्सिक टीम
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गला दबाकर की गई हत्या
कानपुर : थाना नौबस्ता क्षेत्र आनंनद विहार में 8 अप्रैल को दहेज के लिए अरविंद त्रिवेदी जो कि पुलिस विभाग से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर है,और फिलहाल तीन होजरी के कारखानो का मालिक है, ने अपने पुत्र आशीष त्रिवेदी के साथ मिलकर जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे डाला। क्योंकि अरविंद मृत अजिता का ससुर एवं आशीष उसका पति हैं, दोनों ही शादी के बाद से उसे दहेज को लेकर आय दिन उसके साथ मारपीट कर प्रताड़ित करते रहते थे। अजीता के भाई के मुताबिक कई बार दोनों परिवारों में आपस में इन सब बातों को लेकर चर्चा हुई लेकिन बीती 8 अप्रैल को दहेज लोभियों का लोभ सारी हदें पार कर गया। और बेचारी अजीता को अपनी जान गंवानी पड़ी भाई के अनुसार अजीता के नंदोई एवं ननंद दिव्या मिश्रा व श्याम मिश्रा भी अरविंद और आशीष के साथ इस अपराध में बराबर के हिस्सेदार हैं,बीती 8 अप्रैल को लगभग 6:00 बजे दिव्या मिश्रा ने अपने भाई के मोबाइल से अजीता के भाई को अजिता के तबियत खराब होने की सूचना दी सूचना पाकर अजीता का भाई हॉस्पिटल पहुंचा तो सारे ससुराली जन वहां से भाग खड़े हुए डॉक्टरों से बात करने पर भाई को पता चला कि उसकी बहन वहां मृत्यु ही लाई गई थी भाई ने तुरत 112 नंबर डायल कर घटना की जानकारी पुलिस को दी भाई की तहरीर पर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आज नौबस्ता थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 498 A 304 B और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 3 व 4 के अंतर्गत पति आशीष त्रिवेदी ससुर अरविंद त्रिवेदी राजेश त्रिवेदी ननंद दिव्या मिश्रा और नंदोई श्याम मिश्रा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है,
सभी आरोपी घर छोड़कर नदारद हैं, पुलिस घर का ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो पाया घर की अच्छी तरह से सफाई की गई थी मतलब सबूत नष्ट करने की पूरी कोशिश की गई हालांकि फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। और अपनी तरह से पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही हैं, मृतिका के भाई के मुताबिक नंदोई को नौबस्ता पुलिस हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही है।
(एडीटर इन चीफ : सुशील निगम)