दत्तक पुत्री ने नशीला पेय देकर प्रेमी संग की माता पिता की हत्या
कड़ाई से पूछताछ के दौरान आकांक्षा टूट गई और उसने पूरा जहर उगल दिया, उसने जो बताया रोंगटे खड़े कर देने वाला रिश्ते और नातो के बीच में भरोसे की अहम कड़ी को चकनाचूर कर देने वाला था
दत्तक पुत्री ने नशीला पेय देकर प्रेमी संग की माता पिता की हत्या।
प्रॉपर्टी के लालच ने बेटी को बना दिया हैवान।
तीसरी मंजिल पर होने के कारण विपिन की बच गई जान, वरना पूरा था बंदोबस्त।
कानपुर : थाना बर्रा सोमवार रात के 3:00 बजे 112 नंबर पर पुलिस को दोहरे हत्याकांड की सूचना मिली पुलिस आयुक्त समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे जहां उन्हें 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम और 55 वर्षीय पत्नी राज देवी के खून से लतपथ शव मिले, दंपत्ति का पुत्र विपिन और पुत्री आकांक्षा घर पर मौजूद मिले आकांक्षा ने पुलिस को पूरी तरह गुमराह किया। भाई विपिन के सालों के नाम पूरी वारदात मढ़ दी उसने बताया कि मयंक और सुरेश एक व्यक्ति के साथ घर में दाखिल हुए और उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया इसी आधार पर पुलिस ने धारा 302 के तहत मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया।
लेकिन बाद की जांच में जब एक सीसीटीवी फुटेज मिल गया जिसमें केवल एक व्यक्ति रात के 1:00 बजे बे रोक-टोक घर में दाखिल हुआ और वही व्यक्ति लगभग 2:45 बजे घर से बाहर निकलते हुए दिखाई दिया। थाना पुलिस को शक हुआ क्योंकि सारी घटना पुलिस को आकांक्षा ने बताई थी, विपिन को घटना के विषय में कोई जानकारी नहीं थी, इसलिए पुलिस का सीधा सक आकांक्षा पर गया।
कड़ाई से पूछताछ के दौरान आकांक्षा टूट गई और उसने पूरा जहर उगल दिया, उसने जो बताया रोंगटे खड़े कर देने वाला रिश्ते और नातो के बीच में भरोसे की अहम कड़ी को चकनाचूर कर देने वाला था।
बकौल आकांक्षा जब से उसे पता चला कि वह मुन्नालाल और राज देवी की शारीरिक संतान ना होकर दत्तक पुत्री है,तभी से उसके हृदय में दोनों के प्रति स्नेह खत्म हो गया और उसकी निगाह दोनों की संपत्ति पर टिक गई इसी दौरान अपने प्रेमी के भाई राहुल जो कि एक अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है,से मामले को लेकर बातचीत हुई और एक खतरनाक योजना तैयार हो गई।
आकांक्षा ने अपना काम बखूबी निभाया उसने समय पर अनार के जूस में नशीला पदार्थ मिलाकर तीनों को पिला दिया नशीला पेय पीकर मां-बाप तो नीचे ही सो गए लेकिन भाई तीसरी मंजिल पर चला गया जिसकी वजह से उसकी जान बच सकी रात्रि करीब 1:00 बजे राहुल की इंट्री घर में हुई दोनों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया 3:00 बजे राहुल घर छोड़कर निकल गया इसके बाद ड्रामा शुरू हुआ 112 नंबर पर पुलिस को कॉल की गई भाई का अपनी पत्नी के साथ चल रहे विवाद का फायदा उठाने की पूरी कोशिश आकांक्षा ने की, लेकिन एक सीसीटीवी फुटेज में पूरी कहानी को पलट कर रख दिया।
पुलिस ने आकांक्षा और उसके प्रेमी और उसके साथी राहुल तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस दोहरे हत्याकांड से सामाजिक व्यवस्था में चल रही उथल-पुथल का नजारा साफ दिखाई देता है,लोग अनाथ बच्चों को अपनाकर उन्हें एक अच्छी और बेहतर जिंदगी देने का प्रयास करते हैं,ऐसी घटनाएं ऐसे रिश्तो के लिए बाधक सिद्ध होंगी इस तरह से पता चलते ही की वह अपने माता-पिता की सगी बेटी नहीं है, पूरा परिदृश्य ही बदल गया माता-पिता से निगाह की और सीधे प्रॉपर्टी पर पहुंच गई हथियाने का तरीका भी निकाल लिया और एक खतरनाक घटना को अंजाम दे डाला।