थाना शिवली पुलिस का काला चेहरा उजागर अपनी करतूतों से चंद पुलिस वाले कर रहे हैं उत्तर प्रदेश पुलिस को बदनाम
अपनी करतूतों से चंद पुलिस वाले कर रहे हैं उत्तर प्रदेश पुलिस को बदनाम
पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त SHO शिवली SI मैथा खेल रहे मनमाना खेल
नियम कानून सब ताक पर रख अफसरों की आंखों में झोंक रहे धूल
कानपुर देहात: थाना शिवली चौकी मैथा ग्राम मदारपुर मामला 11/12 जनवरी 2019 की रात का है।
जानकारी के अनुसार नई गद्दी श्री बाला जी सरकार मंदिर में से 10 चांदी के मुकुट, एक सोने की चेन, एक चांदी की पायल, एक चांदी का क्षत्र व चांदी का गदा और 4 हजार रुपए नगद मंदिर का ताला काट कर चोर चुरा ले गए थे।
सुबह मंदिर के महंत श्री जंग बहादुर जी के मंझले बेटे संजय सिंह ने चोरी की घटना की जानकारी होते ही 100 नंबर डायल कर पुलिस को चोरी की घटना की जानकारी दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को गांव के ही अंकुर सिंह उर्फ लोहा सिंह ने बताया कि रात्रि को खेत में पानी लगा कर लौटते समय गांव के ही रिंकू उर्फ सूर्यभान को उसने मंदिर के आसपास देखा था। और भी कई मौजूद ग्रामीणों के द्वारा बताई गई सूचनाओं के आधार पर रिंकू उर्फ सूर्यभान के नाम नामज़द चोरी की तहरीर दी गयी.
लिहाजा चौकी इंचार्ज संतोष सोनकर ने रिंकू को ले जाकर चौकी में बैठा लिया। उसके बाद तफ्तीश करने आए एस एच ओ थाना शिवली चंद्रशेखर दुबे के समक्ष वहां पर जमा ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से रिंकू ऐसी ही किसी घटना को अंजाम देने की बातें कर रहा था।
लिहाजा एस एच ओ ने तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त रिंकू को जेल भेज दिया। ना ही उससे कोई पूछताछ की, बल्कि पूछने पर कहने लगे उसकी हालत बहुत खराब है। हम उसके साथ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर सकते और अपना पल्ला झाड़ कर चले गए।
बात आई गई हो गई, इसी बीच 11 फरवरी को वादी के सगे छोटे भाई अभिषेक सिंह उर्फ पिंटू से अभियुक्त की मुलाकात कचहरी में मुकदमे में एक तारीख के दौरान हुई। जिसमें अभिषेक, रिंकू और गांव का अमित तीनों पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा न्यायालय में लंबित है।
वहां पर बातों ही बातों में रिंकू ने वारदात कबूल कर चोरी का माल को छुपाने वाली जगह के बारे में पिंटू को बताया। जिसका सबूत कॉल रिकॉर्डिंग के जरिए महफूज है। पिंटू ने तुरंत इस बारे में कचहरी से फोन द्वारा अपने परिवार वालों को सूचित किया। संजय सिंह ने तुरंत ग्रामीणों को एकत्रित कर बताए गए स्थान से चुराया गया पूरा माल निकाल लिया।
माल निकालने के बाद मंदिर के प्रबंधक श्री जंग बहादुर सिंह जी ने फोन पर एसएचओ शिवली से माल मिल जाने के संदर्भ में बात हुई जिसके सबूत वादी के पास मौजूद है।
21 फरवरी की रात लगभग 11:00 बजे पिंटू अपने साथियों के साथ एक विवाह समारोह से वापस घर जा रहा था कि रास्ते में उसकी मुलाकात चौकी इंचार्ज मैथा अनिलेश से हुई तो पिंटू ने उसे माल मिलने के बारे में पूरी जानकारी दी। पिंटू के घर पहुंचते ही पीछे से चौकी इंचार्ज मैथा दल बल के साथ पिंटू के घर पहुंचे और बाकायदा पूरा माल अपने सुपुर्दगी में लिया, रजिस्टर मेन्टेन किया, गवाहों के हस्ताक्षर करा कर चले गए।
अब यहां से शुरू होता है पुलिस का काला खेल। पुलिस ने वादी के भाई को जबरन अभियुक्त बना कर जेल भेज दिया।
आइये डालते हैं इस प्रकरण के कुछ प्रमुख सवालों पर एक नज़र –
1- रिंकू से पुलिस पूछताछ नहीं कर पाई. क्यों ??
2- अभियुक्त को रिमांड पर नहीं लिया. क्यों ????
3- माल मिल गया है ऐसी सूचना मिल जाने के बावजूद पूरे 10 दिनों तक सीओ रसूलाबाद बैजनाथ सिंह और एसएचओ शिवली चंद्रशेखर दुबे ने कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की। क्यों ??
4- पिंटू को एक धार्मिक यात्रा के बीच से बहाने से बुलाकर उठा लिया, फिर एक जबरन चोर बनाकर लॉकअप में डाल दिया और दूसरे दिन जेल भेज दिया।
5- और पिंटू को जेल में जाने के दूसरे ही दिन विवेचना अधिकारी ने पूरी चार्ज शीट भी न्यायालय में दाखिल कर दी। क्यों ??
6-प्रार्थी द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर नगर यह प्रार्थना पत्र देने के बाद ए डी जी द्वारा दिए गए आदेश का पालन पी आर ओ द्वारा सही ढंग से नहीं कराया गया, क्यों ??
7-कॉल रिकॉर्डिंग और प्रत्यक्षदर्शियों के होने के बावजूद निडरता से पुलिस ने खेला खेल, एक तरह से वादी को बना डाला अपराधी और भेज दिया जेल।
रिपोर्टर इन चीफ:-सुशील निगम