तीसरी लहर को देखते रोज 15 हजार आरटीपी सीआर जांच करने की तैयारी
कानपुर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और एक दिन में मिले 26 कोरोना पॉज़िटिव मरीजों के बाद से शहर में आरटीपीसीआर जांच की क्षमता बढ़ाने के दिशा निर्देश शासन और प्रशासन ने दिए है। तीसरी लहर को लेकर सीएम योगी ने भी अधिकारियों को अपनी तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैं। तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों के प्रभावित होने की चेतावनी को देखते हुए पीकू वार्ड तैयार किए जा रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी विभाग की कोविड-19 लैब में रोजाना 15 हजार जांच करने की तैयारी कर ली है। सोमवार से शहर में रोजाना 15 हजार से ज्यादा जांच की जाएगी। इस हिसाब से डॉक्टर एवं मैनपावर की क्षमता भी बढ़ाई गयी है। सोमवार से होने वाली जाँचों की निगरानी के लिए नोडल अफसर तैनात किए जाएगे।
अभी हाल ही में शहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद थी, उसी दिन शहर में 26 कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया था। इसमें से 22 शहरी इलाके के बताए गए थे। सीएम से मिलने वालों की बनी सूची में पांच संक्रमित लोग पाए गए थे। इनमे से कुछ आंगनबाड़ी की महिलाएं बताई जा रही थी। जैसे ही रिपोर्ट पॉजिटिव आयी इन लोगों को सीएम से मिलने वाली सूची सै बाहर कर दिया गया। आमतौर पर जांच की आरटीपीसीआर रिपोर्ट 10 से 12 घंटों में आ जानी चाहिए, लेकिन यह रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज से 30 से 35 घंटों बाद जारी की जाती है। इसका मुख्य कारण स्टाफ की कमी बताई जा रही है। लेकिन एक दिन में मिले इतने केस के बाद यह रिपोर्ट अब 10 से 12 घंटे के अंदर जारी कर दी जाएगी।
इस समय मेडिकल कालेज की कोविड-19 लैब में रोज आठ से 10 हजार सैंपल की आरटीपीसीआर जांच हो रही हैं। एक दिन में मिले इतने कोरोना पॉजिटिव केसों के बाद सैंपल कलेक्शन का लक्ष्य 15 हजार रखा गया है। अब रोज शहर के अलग अलग चौराहों से 15 हजार सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजे जाएंगे। कोविड-19 लैब की जांच क्षमता बढ़ाने के लिए जिलाधिकारी ने जीएसवीएम के प्राचार्य प्रो. संजय काला और लैब के नोडल अफसर डा प्रशांत त्रिपाठी के साथ हुई बैठक में जांच की क्षमता बढ़ाने की तैयारी करने का निर्देश दिए
है।
(रिपोर्टर : प्रीती/ स्वेता सिंह)