“जब तक सभी आरोपियों को फांसी नहीं हो जाती नहीं बैठूंगी चुप”ऐसा कहना है मीनाक्षी का।
27 सितंबर को होटल से मीनाक्षी के पति मनीष को पुलिस ने उठाकर पीट पीट कर मार डाला था।
सभी छह आरोपियों की हुई गिरफ्तारी आरोपपत्र भी दाखिल।
कानपुर : थाना बर्रा के रहने वाले मनीष की मौत के बाद से ही भागे भागे घूम रहे मनीष की मौत के जिम्मेदार छह पुलिसकर्मी पकड़े जा चुके हैं। उनके खिलाफ आरोपपत्र भी न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है, लेकिन यहां पर यह बताना अत्यंत आवश्यक है कि उत्तर प्रदेश की होनहार पुलिस ने यह कारनामा नहीं किया। सीबीआई ने अपने हाथ में केस को लिया और 67 दिन के अंदर ही लगभग जांच पूरी करके आरोपियों सहित न्यायालय में आरोप पत्र भी दाखिल कर दिया।आपको याद होगा पिछले वर्ष सितंबर के महीने में गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना के छह पुलिसकर्मियों ने होटल में घुसकर जांच के नाम पर मनीष के साथ बदतमीजी की और विरोध करने पर थाने उठा लाए और पीट-पीटकर हत्या कर दी। बाद में मनीष की पत्नी मीनाक्षी के द्वारा एफ आई आर की गई और सारे आरोपी फरार हो गए पुलिस इन आरोपियों को पकड़ नहीं पाई। फिर केस सीबीआई के हाथों में सौंपा गया ।पहली गिरफ्तारी 10 अक्टूबर को हुई,जिसमें इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा को हिरासत में लिया गया। तब से लेकर आज तक 67 दिन के अंदर ही सीबीआई ने लगभग पूरी जांच करके सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके विरुद्ध आरोप पत्र तैयार कर न्यायालय में दाखिल कर दिया। जाहिर है कि सभी आरोपी पर केस चलेगा और मनीष को न्याय मिलेगा।
लेकिन इस प्रकरण पर स्व०- मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि अब तो शुरुआत हुई है जब तक निर्दोष मनीष के इन 6 क्रूर एवं भ्रष्ट पुलिस कर्मियों को फांसी नहीं दिलवा लेती तब तक वे बिल्कुल भी चैन से नहीं बैठेगी। इस संपूर्ण न्यायिक प्रक्रिया के दौरान जो कुछ भी घटित हुआ इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।
इसी तरह का न्याय यदि सभी के साथ हो पाता तो योगी राज्य में रामराज्य की कल्पना करने का आधार बन पाता।
( एडीटर इन चीफ : सुशील निगम )