ग्राम समाज की जमीन गलत आराजी संख्या डालकर बेचने वाले भू माफिया पर केडीए ने दर्ज कराई एफ आई आर
मामला कानपुर नौबस्ता बूढ़पुर मछरिया का और भूमाफिया चंद्र बदन मिश्रा
कानपुर : थाना नौबस्ता ऐसा नहीं है कि यह पहला और आखरी मामला हो मगर मामला है,गलत तरीके से सरकारी जमीन को बेचने का हुआ यूँ की, बूढ़पुर मछरिया गांव की ग्राम समाज की जमीन आराजी संख्या 1122 डालकर जो कि गलत है, स्व0 अकील अहमद की पत्नी अनवरी बेगम को चंद्र बदन मिश्रा द्वारा बेची गई जब इस बात की खबर केडीए को लगी तो कानपुर विकास प्राधिकरण ने इसकी जांच कराई तो जांच में पाया गया कि बेची गई जमीन 881 आराजी संख्या की है,और बैनामे में दिखाई गई चौहद्दी लगभग 15 वर्ष पूर्व बने भवन की दी गई है, जोकि पूर्णतया सत्य पाया गया 23 जुलाई 2020 को जो बैनामा किया गया वह पूर्णतया गलत तथ्यों पर किया गया इसमें जो आज जोन 4 के तहसीलदार द्वारा रिपोर्ट दी गई उसको आधार मानकर के केडीए ने चंद्र बदन मिश्रा को भूमाफिया करार देते हुए उसके खिलाफ थाना नौबस्ता में एफ आई आर दर्ज कराई
गौरतलब है, कि मछरिया झील एक बहुत बड़ी झील थी आज वहां पर कुछ भी नहीं बचा यह भी एक बहुत बड़ी सच्चाई है, कि इतने बड़े भूभाग को बेचने में भू माफियाओं को वर्षों लगे होंगे फिर इस तरह के अवैध एवं अराजक कार्य कानपुर विकास प्राधिकरण को नजर क्यों नहीं आए कानपुर विकास प्राधिकरण की आंखें खराब थी या उसकी नियत खराब थी आज एक छोटे से भूभाग पर मुकदमा करके क्या हासिल कर लेगा यह किसकी नजरों में अच्छा बनना चाहता है, कानपुर विकास प्राधिकरण को झील और तालाबों के रखरखाव के लिए सरकारों द्वारा समय-समय पर स्पष्ट आदेश दिए गए हैं, तो मछरिया की गायब झील विकास प्राधिकरण कागजों पर सरकार को चांद पर दिखाएगा या मंगल पर या फिर विकास प्राधिकरण अपने भ्रष्ट कर्मचारियों की सूची जारी करेगा और उनको फांसी के तख्ते पर पहुंचाएगा।
और फिर क्या करेगा कानपुर विकास प्राधिकरण
(एडीटर इन चीफ :सुशील निगम)