कोरोना ने होटलों का कारोबार ही बदल दिया।
पिछले एक अर्से से मीडिया में होटलों की कई खबरें आ चुकी है, सरकार का ध्यान इधर नहीं गया यह अलग बात है।
दीप होटल कानपुर के नए कारोबार ने मचाया हड़कंप
कानपुर : थाना गोविंद नगर 22 जुलाई कानपुर के दीप होटल में हो रहे नए कारोबार का पता चला। चौंकिए मत दरअसल हुआ ऐसा की चार लड़कों ने होटल दीप में मॉडलिंग वीडियो के फोटो शूट के लिए एक कमरा बुक कराया और एक नाबालिग किशोरी को जाल में फंसा कर फोटो शूट करने के लिए साथ में ले आए,और फिर बदनियति के साथ कोल्ड ड्रिंक में शराब मिलाकर किशोरी को पिला दी। नशा चढ़ते ही किशोरी के साथ कोई दूसरा वीडियो बनाने की नियत से वो काम करने लगे जिसे समाज में निंदनीय दृष्टिकोण से देखा जाता है। किशोरी के अनुसार आरोपी फरहान खान, शुभम पाठक, राघव व यशु को यह नहीं पता था कि किशोरी पूरी तरह बेहोश नहीं है और शोर मचा देगी और पुलिस आकर उन्हें दबोच लेगी और अपने ही जाल में उल्टा फंस जाएंगे।खैर पुलिस आई आरोपियों को ले गई,लेकिन किशोरी के कहने के अनुसार पुलिस की नियत भी आरोपियों को लेकर ठीक नजर नहीं आ रही। मतलब पुलिस अपने कर्तव्य को ठीक ढंग से नहीं निभा रही हैं। वही यह होटल कर्मी जिन्होंने बिना आईडी के चार लड़कों के साथ अकेली किशोरी को कमरे में जाने कैसे दिया और किशोरी की आईडी क्यों नहीं ली।मतलब साफ है की होटल की भी कमाई इसमें हाफ है इसीलिए ऐसे जघन्य अपराधों को होटल में पनाह मिल जाती है।गांधी जी के तीन बंदरों के गुण पूरे के पूरे पुलिस विभाग में देखने को मिलते हैं जिसकी वजह से ऐसे लोग समाज के भीतर ही दीमकों की तरह जीवन यापन कर लेते हैं। जैसा कि इस केस में हुआ लड़की जिसे मुख्य आरोपी बता रही है उसी फरहान को पुलिस ने पकड़ने के बाद छोड़ दिया। क्या मतलब है यहां पुलिस का क्यों छोड़ दिया गया कौन इसका जवाब देगा।
एक अर्से से कानपुर के पत्रकार होटलों के इस बदले कारोबार के बारे में चीख़ चीख कर शासन प्रशासन व सरकार तक बात पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन लगता है होटलों के इन बदले कारोबार में कई पाटनर है इसलिए आजकल धंधा जोरों पर है।
(Editor in chief : Sushil Nigam)