कहाँ गुम हो गई वो समाजसेवी संस्थाए, NGO एवं बड़े बड़े समाजिक संगठन
कहाँ गुम हो गई वो समाजसेवी संस्थाए, NGO एवं बड़े बड़े समाजिक संगठन
अक्सर कहीं Health Centre,भूखों को भोजन और गरीब असहाय लोगों का सहारा बन facebook और Twitter पर छाये रहते थे
देश प्रदेश में हजारों NGO, समाजिक संस्थायें एवं संगठनों की भरमार है,जो सन 2020 में कोरोना महामारी के समय रात दिन नेशनल हाइवे,सड़कों, चौराहों व छोटी छोटी बस्तियों में जाकर रात दिन भोजन, पानी,दूध ,सब्जी,और निर्धन लोगों के उपचार के लिए दवाइयां लेकर उनको मदद पहुंचाने का कार्य करते और समाज में अपनी प्रतिभा का सौहार्द बिखेरते दिखाई देते थे, आज जब कोरोना नें अपने दूसरे चरण में महामारी का भयावह रूप धारण कर रखा है और इस संकट में न तो मरीजों को अस्पताल नसीब हो रहा है, न ही ऑक्सीजन और न ही उन्हें अस्पताल पहुंचने के लिए वाहन उससे भी बड़ी चिंतित करने वाली बात यह है कि कोविड से मरने वालों के लिए घाट तक पहुचने के लिए एम्बुलेंस और उनके अंतिम संस्कार के लिए सामग्री भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं,ऐसी विषम परिस्थितियों के समय न तो अब कोई NGO, समाजिक संस्थायें व सामाजिक संगठन नजर नहीं आ रहे हैं, क्या अब उन्हें समाजिक दायित्वों की जिम्मेदारी नही दिखाई दे रही हैं, क्या वो भी इस महामारी के चलते भय व्याप्त हो चुप्पी साध बैठ गये हैं, क्या सब सरकार के भरोसे ही छोड़ दिया गया है, अभी तो हो सकता हैं, कि इससे भी बड़ी भयावहता आगे आ सकती हैं, इसलिए अभी से सभी NGO, समाजिक संस्थाओं एवं सामाजिक संगठनों को अपनी कमर कस लेनी चाहिए और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस दैवीय आपदा में अपना- अपना योगदान करने के लिए बढ़चढ़कर भागीदारी निभानी चाहिए बाकी मर्जी आप सबकी आप सब स्वयं अपनी जिम्मेदारियों से भली भांति वाकिफ है।
(Editor in chief : Sushil Nigam)